मन की उलझन

सवाल: मैं 30 साल की हूं। मैं एक लडक़े के साथ तीन साल से रिलेशनशिप में हूं। वह मुझे बहुत प्यार करता है, लेकिन उसका कहना है कि वह मुझ से शादी नहीं कर सकता। वहीं, एक लडक़ा और है, जो मुझसे कई सालों से प्यार करता है और मुझसे शादी करना चाहता है। मुझे समझ नहीं आ रहा है कि मैं क्या करूं?
एबीसी
जवाब: कोई भी रिलेशनशिप तभी स्ट्रॉन्ग होती है, जब दोनों लोग चाहते हों। आपकी बातों से तो यही लगता है कि आप लंबे समय से कमिटेड रिलेशनशिप में थी, लेकिन अब लडक़ा शादी करने से मना कर रहा है। ऐसे में जरूरी है कि आप उससे क्लियर बात करें। वह आप दोनों का रिलेशन किस ओर ले जाना चाहता है। आप चाहे तो उसे कुछ टाइम दें। हो सकता है कि आपसे दूर जाने के बाद वह आपकी इंपोर्टेंस समझे। वहीं, आपको खुद समझना होगा कि लाइफ के इस स्टेज पर आप क्या चाहती हैं। उसके बाद ही आप खुद सही फैसला कर सकेंगी।
सवाल
मेरी शादी को 3 साल हो चुके हैं और एक बेटी है। मेरी वाइफ शुरू से ही दबंग किस्म की महिला है और वह अपनी हर बात मनवा लेती है। मैं उसकी हर बात मान लेता हूं और यही वजह है कि हमारा रिश्ता आराम से चल रहा है। समस्या यह है कि दूसरे लोग जब यह सब देखते हैं, तो मुझे जोरू का गुलाम कहते हैं, जो मुझे अच्छा नहीं लगता। क्या पत्नी की बात ना मान कर अपना रिश्ता खराब कर लूं?                  
सुदर्शन, भोपाल
जवाब
सबसे पहली बात, आप अपनी और पत्नी की आपसी बातचीत को दूसरों के सामने उतना ही रखिए जितने से आपकी और पत्नी के निजी जीवन में कोई विपरीत असर ना पड़े। दूसरी बात, पति-पत्नी का रिश्ता बराबरी का होता है, इसलिए झुकना दोनों को चाहिए। यदि कोई एक ही झुकता रहेगा, तो दूसरे को इसकी आदत पड़ जाएगी और वह अपनी बात मनवाता रहेगा। इससे आगे चल कर रिश्ते में दूरी बढ़ सकती है। आपको अपनी पत्नी से कहना पड़ेगा कि दबंग होना एक हद तक अच्छा है, लेकिन अगर यह ज्यादा हो जाए, तो रिश्ते में तनाव ला सकता है। अभी आप एडजस्ट कर लेते हैं, हो सकता है बाद में उम्र बढऩे के साथ पत्नी का यह व्यवहार आपको अच्छा ना लगे और आप फ्रस्ट्रेशन में आ जाएं। इसके परिणामस्वरूप आपको गुस्सा और डिप्रेशन भी आ सकता है। आप अपनी पत्नी से कहें कि रिश्तों में व्यवहार को मर्यादित रखना दोनों पार्टनर के लिए जरूरी है, चाहे दूसरा गलत ही क्यों ना हो। दांपत्य में पति-पत्नी दोनों की ओर से रिश्ते को खुशनुमा बनाने की कोशिश करनी चाहिए। किसी एक का खराब व्यवहार वैवाहिक जीवन में खटास ला सकता है।
सवाल
मेरी उम्र 44 साल है। पति और 2 बच्चों के साथ अच्छा समय बिता रही हूं। आजकल मैं जरा चिड़चिड़ी सी हो गयी हूं। पति या बच्चे कुछ भी कहते हैं मुझे अच्छा नहीं लगता। कभी मूड बहुत अच्छा रहता है, कभी एकदम से खराब हो जाता है। कुछ लोग कहते हैं यह मेनोपॉज का असर है। मुझे क्या करना चाहिए? शांभवी, जयपुर
जवाब
यह एक मुश्किल समय होता है जब बच्चे बड़े और इंडिपेंडेंट हो जाते हैं। वे पेरेंट्स से अधिक दोस्तों में रहते हैं। ऐसे में मां के रूप में स्त्री थोड़ा डिप्रेशन, घबराहट और मूड स्विंग महसूस करती है। मेनोपॉज हर स्त्री के लिए मुश्किल वक्त होता है। इस समय आपको अपने पति से यह बात शेअर करनी होगी कि अब जब बच्चे बड़े हो कर अपनी दुनिया में मस्त हैं, तो आपको उनके सपोर्ट की जरूरत है। इस समय आप किसी सोशल ग्रुप से जुड़ सकती हैं, जहां आप अपनी भावनाएं और अन्य बातें दूसरे मेंबर्स के साथ शेअर कर सकती हैं। इस दौरान आप अपनी हॉबी या रुचियां विकसित कर सकती हैं, क्योंकि इस समय स्त्री परिवार में अपनी अहमियत की तलाश करती है। यह सामान्य बात है, क्योंकि मेनोपॉज के दौरान महिला प्रौढ़ावस्था की ओर कदम बढ़ा रही होती है। इससे पहले कि उम्र की शारीरिक-मानसिक परेशनियां आपको तंग करें, आप खुद को ऐसी गतिविधियों में संलग्न कर लें, जिनसे आपको खुशी मिलती हो।
सवाल
मैं सिंगल मदर हूं और अपनी 14 साल की बेटी के साथ रहती हूं। जॉब करने के कारण मैं बेटी पर कम ध्यान दे पाती हूं। वह नौवीं क्लास में पढ़ती है। एक दिन मेरी एक पड़ोसिन ने बताया कि मेरी अनुपस्थिति में एक लडक़ा मेरी बेटी के साथ घर आता है। मैंने जब बेटी से पूछा, तो उसने साफ मना कर दिया। बेटी पर विश्वास करूं या पड़ोसिन की बातों पर यकीन करूं?
 रोशनी, 
जवाब
नौवीं क्लास में पढऩेवाली लडक़ी इतनी समझदार होती है कि अपने कुछ दोस्त बना सके। दूसरी ओर, आपको अपनी बेटी की बात पर भी विश्वास करना होगा। इस उम्र में अपने पेरेंट्स से बॉयफ्रेंड की बात छुपाना दूसरे कई झूठों को जन्म दे सकता है। आप खुद को उसकी जगह और उसे अपनी जगह रख कर उससे दोस्तों की तरह बातचीत करें। अपने टीनएज की कोई कहानी बना कर उसे सुनाएं, जिसमें कोई लडक़ा आपका दोस्त था। संभव है कि इस तरकीब से वह भी अपने बॉयफ्रेंड की बात आपसे शेअर कर दे। आपकी वह पड़ोसिन अगर ऐसी अफवाहें उड़ाने या इस तरह की बातों में मजे लेने में माहिर है, तो उसकी बात पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है। जो भी हो, आप अपनी टीनएज बेटी पर पूरा ध्यान दें, क्योंकि वह इन दिनों हारमोनल बदलावों से गुजर रही है। उसकी बातों पर गौर करना और उस पर अपना विश्वास जाहिर करना उसकी सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी है।
सवाल
मैं 35 साल की अविवाहित वर्किंग वुमन हूं। मेरे ऑफिस में एक स्मार्ट शादीशुदा अफसर हैं, जो इस शहर में अकेले रहते हैं। धीरे-धीरे मैं उनकी ओर आकृष्ट हुई और अब हम अच्छे दोस्त हैं। उनसे ऑफिस के बाद घंटों फोन पर बातें होती हैं। जब वे महीने के अंत में घर चले जाते हैं, तो बड़ा सूना लगता है। कभी-कभी उनकी फैमिली को ले कर गिल्ट भी महसूस होता है, लेकिन उनके प्यार में बुरी तरह पागल हो कर अब कुछ सोचना नहीं चाहती हूं। मैं क्या करूं ? रम्या, इंदौर
जवाब
आपको सबसे पहले यह समझना होगा कि जिनसे आप प्यार करती हैं वे शादीशुदा हैं। ऐसे में उनके और उनकी पत्नी के बीच क्या चल रहा है, आप नहीं जानतीं। आप देखें कि अपनी जिंदगी में क्या चाहती हैं और वे आपसे क्या चाहते हैं। उसकी मंशा क्या है, यह जानना भी बहुत जरूरी है। यह एक कॉम्पलेक्स रिश्ता है। आप बहुत सोच-समझ कर इस रिश्ते में आगे बढ़ें। सारे पहलू देखें, समझें और फिर निर्णय लें। आप आत्मनिर्भर महिला हैं, अपने दोस्त के साथ बैठ कर सोच-समझ कर उनके इरादे पूछें और फिर आगे बढ़ें। सही-गलत आप अपने लिए सोचें, गिल्ट में जीना आसान नहीं होता और शायद इसी गिल्ट की वजह से आप इस रिश्ते को निभा ना पाएं। सबसे पहले उस व्यक्ति को ले कर अपने मन में पैदा हुई सभी दुविधाएं दूर करें, उनकी नीयत समझें, फिर कोई फैसला लें। प्यार अंधा होता है, लेकिन अगर इसे सही दिशा ना दी जाए, तो परेशानी पैदा हो सकती है।
24 साल की युवती हूं। चार महीने पहले मेरी सगाई हुई है। मंगेतर से अकसर बातें होती रहती थीं। पिछले हफ्ते मैं टेंशन में थी और अपने मंगेतर से उलटा-सीधा बोल गयी। वह नाराज हो गया और अब वह फोन नहीं उठाता। मुझे डर है कि कहीं वह सगाई ना तोड़ दे। मैं कैसे उससे अपने दिल की बात शेअर करूं?
उत्तर: आप अपने मंगेतर को शांत होने का थोड़ा समय दें। रिश्ते इतनी आसानी से नहीं टूटते। वे एक हफ्ते फोन रिसीव ना करें, तो उन्हें वॉट्सएप या ईमेल से अपनी सारी फीलिंग्स बताते हुए माफी का मैसेज भेजें, ताकि उन्हें पता चल जाए कि आपने जो कुछ उनसे कहा था, वह सब उन्हें नाराज करने के लिए नहीं कहा था। मैसेज के जरिए उनसे दिल की बात करें और प्यार से समझाएं। अगर वे आप पर गुस्सा हो कर अपना मन शांत करते हैं, तो आप इसके लिए भी तैयार रहिए। वैसे आपका माफी मांग लेना उनके गुस्से को शांत करने के लिए काफी होगा।
प्रश्न: मेरी फ्रेंड ससुराल में सबका ख्याल रखती थी, लेकिन अचानक एक दिन उसने इन सबसे किनारा कर लिया। उसके ससुराल में खाने-पीने का कोई निश्चित टाइम नहीं है। अब वह अपने सिवा किसी की फिक्र ही नहीं करती। मैं उसे समझाना चाहती हूं कि उसका ससुराल वालों के प्रति व्यवहार ठीक नहीं है। क्या करूं?
उत्तर: जब हर रोज छोटी-छोटी चीजें हमें थका देती हैं, तो कभी-कभी हमें गुस्सा आ ही जाता है। जैसे घर में कोई रुटीन ना हो या किसी काम का कोई फिक्स टाइम ना हो, तो जिम्मेदार इंसान परेशान हो जाता है। हो सकता है आपकी फ्रेंड किसी बात से चिढ़ गयी हो, इसीलिए अभी वह जिम्मेदारियों से भागना चाह रही है। उसे लगता होगा कि कुछ चीजें उसके मनमुताबिक नहीं चल पा रही हैं। घर के सदस्यों के रुटीन में अनिश्चितता हो, तो घर संभालने वाली महिला का परेशान होना स्वाभाविक है। आप अपनी फ्रेंड का मनोबल बढ़ाएं और कहें कि वह घर की देखभाल बहुत अच्छे तरीके से करती है। वह अपने लिए भी थोड़ा समय निकाले, जिसकी कंबाइंड फैमिली में कमी रहती है। वह खाली समय में खुद को अपनी हॉबी में बिजी रखे, ताकि उसका मन बहले और वह जिम्मेदारियों से ना भागे।
पिछले साल इंजीनियरिंग में एडमिशन नहीं हो पाया। बीएससी कर रहा हूं, लेकिन मेरे पेरेंट्स खुश नहीं हैं। उन्हें कैसे समझाऊं कि इंजीनियरिंग के अलावा भी कैरिअर के बहुत से अच्छे ऑप्शन हैं।
उत्तर: आप साइंस में ग्रेजुएशन करने के बाद कैरिअर आप्शंस के बारे में अच्छी तरह पता करें और फिर अपने पेरेंट्स से बात करें कि अगर आपका एडमिशन इंजीनियरिंग में नहीं हुआ, तो परेशान होने की बात नहीं है। और भी बेहतर विकल्प मौजूद हैं। आप किसी कैरिअर काउंसलर के पास भी जा सकती हैं, जो आपको बेस्ट ऑप्शंस के बारे में बता सकते हैं। अपनी स्ट्रेंथ पर फोकस करें, ताकि अपने पेरेंट्स की बातों से ना तो उलझन में पड़ें और ना ही दुखी हों। आप पेरेंट्स को समझाने में घर के किसी अन्य बड़े की मदद ले सकती हैं।
प्रश्न: मैं जानना चाहती हूं कि क्लैप्टोमेनिया का उपचार कैसे किया जा सकता है?
उत्तर: क्लैप्टोमेनिया एक ऐसा मेंटल डिस्ऑर्डर है, जिसमें व्यक्ति कोई चीज चुरा कर ही संतोष पाता है। इसका उपचार किसी योग्य मनोचिकित्सक द्वारा कराया जा सकता है। वे व्यक्ति की शारीरिक व मनोवैज्ञानिक स्थितियों की जांच करते हैं। लेकिन यह जरूरी है कि परिवार वाले और दोस्त मरीज को कभी भी नीचा ना दिखाएं और उन स्थितियों को पहचानें, जिनमें उसकी चोरी करने की ललक बढ़ जाती है। चोरी करना एक एडिक्शन है, इसलिए उसे ऐसे कामों में व्यस्त रखें, जिनमें उसका ध्यान लगा रहे। क्लैप्टोमेनिया डिस्ऑर्डर को मनोवैज्ञानिक के बताए उपचारों और परिवार के सहयोग से आसानी से दूर किया जा सकता है।
पिछले साल अपने छोटे चाचा की शादी में गया था, तो वहां एक सुंदर लडक़ी को देख कर मैं फिदा हो गया। उससे बातचीत हुई, दोस्ती हुई और अब तो प्यार भी हो गया है। दिक्कत है कि वह मेरी चाची की दूर की बहन लगती है। इस नाते मुझे उसे सबके सामने मजबूरन मौसी कहना पड़ता है। हम दोनों शादी करना चाहते हैं, पर घरवाले मानेंगे, इसमें शक है। क्या करूं?
उत्तर: सबसे पहले आपको यह समझने की जरूरत है कि आप अपनी चाची की उस दूर की रिश्तेदार से ना तो ब्लड रिलेशन से जुड़े हैं और ना ही परिवार के सदस्य की तरह। दूसरी बात, अगर आप दोनों के दिलों में एक जैसी फीलिंग है और दोनों ही एक-दूसरे से शादी करना चाहते हैं, तो चाहे कितनी ही रुकावटें आएं, आप अपने-अपने परिवारों को इस बारे में बताएं और एक-दूसरे के साथ मजबूती से खड़े रहें। कई बार किसी बात के नकारात्मक पहलू को बहुत अधिक सोचते रहने से हम डर से घिर जाते हैं। हमें अपने आप पर ही शक होने लगता है, जिससे चीजें और खराब हो जाती हैं। अपने परिवारों के प्रति ईमानदार रहते हुए आप दोनों स्थिति का सामना करें। उनकी प्रतिक्रिया, उनका व्यवहार और उनकी सोच को समझें फिर कोई ठोस निर्णय लें। जो होना नहीं है उसे ले कर ज्यादा सोच कर समस्या ना खड़ी करें। आप लोग परिवारवालों के किसी भी नेगेटिव रिएक्शन के लिए खुद को तैयार रखें। यह भी संभव है कि वे लोग आपकी शादी के लिए तैयार हो जाएं। अपने फैमिली मेंबर्स के साथ बात करें, लेकिन उससे पहले आप दोनों आपस में एक-दूसरे का भरोसा पा लें।
प्रश्न: मैं 23 साल की वर्किंग गर्ल हूं। पिछले 1 साल से मेरा एक लडक़े से अफेअर चल रहा है। सब कुछ ठीक ही चल रहा था कि अचानक मेरी जिंदगी में एक और लडक़े की एंट्री हुई। वह मुझे अपने एक दोस्त की पार्टी में मिला था। पहले तो दोस्ती हुई फिर उसने एक दिन प्रपोज कर दिया। उधर पहलेवाला लडक़ा मुझे पिछले महीने ही प्रपोज कर चुका है। मेरी समझ में नहीं आ रहा है कि किसे हां कहूं और किसे मना करूं? आप ही कुछ राय दीजिए।
उत्तर: सबसे पहले आप खुद से पूछें कि आप उन दोनों में से किसे पसंद करती हैं। कौन आपको सिर्फ फ्रेंड की तरह लगता है और कौन फ्रेंड से कुछ अधिक लगता है। जब आपको समझ में आ जाए कि दोनों में से किस लडक़े की ओर आपकी स्ट्रॉन्ग फीलिंग है, तो उससे अपने दिल की बात शेअर करें। साथ ही दूसरे से कुछ ना छिपाएं और ना ही उससे झूठ बोलें। दोनों के प्रति अपनी फीलिंग्स को ले कर ईमानदार रहें। अगर अपनी भावनाओं को समझने के लिए आपको समय चाहिए, तो दोनों लडक़ों के साथ एक दोस्त की तरह क्वॉलिटी टाइम बिताएं। यह भी हो सकता है कि दोनों में से किसी को भी आप अपना रोमांटिक पार्टनर के रूप में ना पाएं। ऐसी स्थिति में आप पॉजिटिव तरीके से अपनी लाइफ को नयी दिशा दे सकती हैं। फिलहाल आप खुद को और दोनों लडक़ों को थोड़ा समय दें, क्योंकि लगता है अभी आप दोनों के बीच तुलना कर रही हैं। पहले आश्वस्त हो लें फिर कोई फैसला लें।
प्रश्न: लोगों को ईष्र्या, क्रोध, लालच और नेगेटिव बिहेवियर में सिर से पांव तक डूबा देखती हूं, तो बड़ी निराशा होती है। ऐसा क्यों होता है?
उत्तर: दुनिया में निराशा के साथ आशा भी है। जब जिंदगी में कुछ नेगेटिव घटता है तब हमें हर उस पॉजिटिव बात के बारे में सोचना चाहिए, जो आपके साथ हुई है। लोगों को बदलना आपके बस में नहीं है, बस आप खुद को पॉजिटिव बनाएं। दूसरों का मूल्यांकन नहीं करें, हर कोई अपने अतीत के अनुभवों से अपनी आगे की जिंदगी में व्यवहार करता है। आप अपने व्यवहार को पॉजिटिव बनाए रखें, हो सकता है आपके पॉजिटिव एटिट्यूड के कारण दूसरों की नेगेटिविटी में बदलाव आ जाए। आप खुशमिजाज लोगों से मिलेजुलें, बाकी की परवाह करना छोड़ दें। जीवन में आयी कठिन परिस्थितियों का सामना करते हुए कई बार व्यक्ति ईष्र्या, लालच जैसी नेगेटिव बातों की गिरफ्त में आ जाता है। व्यक्तित्व को मजबूत बनाने के लिए हमें कई बार दिल से नहीं, दिमाग से फैसले लेने की जरूरत होती है।
प्रश्न: हम दो बहनें हैं। मैं एक लडक़े से प्यार करती हूं। एक दिन पता चला कि मेरी छोटी बहन भी उसे प्यार करने लगी है, जबकि वह हमारे रिश्ते को जानती है। बॉयफ्रेंड से बात की, तो उसने बात हंस कर टाल दी। क्या करूं?
उत्तर: सबसे पहली बात, आप अपने बॉयफ्रेंड का रिएक्शन देखें। उसने आपकी बात हंस कर टाल दी, तो यह जानना जरूरी है कि क्या वह भी आपकी बहन से प्रेम करता है। यदि ऐसा नहीं है, तो आप उस पर विश्वास करें और अपने रिश्ते को आगे बढ़ाएं। अपनी बहन से भी बता दें कि आप उसके साथ लंबे समय से सीरियस रिलेशनशिप में हैं। बहन को समझाएं कि प्रेम और आकर्षण में अंतर होता है। उसे स्पष्ट कर दें कि आप उस लडक़े से प्रेम करती हैं, जबकि उसका मात्र आकर्षण है।
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