जबलपुर से अयोध्या दर्शन को जा रहे हैं तो पहले पढ़ लें ये जरूरी बातें

डुमना एयरपोर्ट से दिल्‍ली होकर वायां लखनऊ

जबलपुर से नई दिल्ली उड़ानों के लिए न्यूनतम हवाई किराया 4193 होगा, जो मार्ग, बुकिंग समय और उपलब्धता के आधार पर 18993 तक जा सकता है। नई दिल्ली से अयोध्या के लिए नियमित उड़ान टिकट की कीमत लगभग 10,000-10,500 रुपये है। अयोध्‍या जाने के लिए वायु मार्ग पर कोई सीधी सुविधा नहीं है। जबलपुर से दिल्‍ली, दिल्‍ली से लखनऊ, लखनऊ से अयोध्‍याजा पाएंगे।

ट्रेन से भी लखनऊ, प्रयागराज होकर अयोध्‍या पहुंचें

लखनऊ, प्रयागराज होकर अयोध्‍या ट्रेन से भी पहुंच सकते हैं। देशभर के विभिन्न शहरों से अयोध्या के लिए ट्रेन पकड़ सकते हैं। सुविधा के अनुसार सीट आरक्षित करवा लें ताकि असुविधा नहीं हो।

अयोध्या से नजदीक बड़े शहर, उनसे अयोध्या की दूरी

लखनऊ से अयोध्या की दूरी मात्र 135 किमी है। यदि बस से जा रहे हैं तो तीन से चार घंटे में आसानी से पहुंच सकते हैं। गोरखपुर से आप 118 किलोमीटर रोड से सफर कर अयोध्या पहुंच सकते हैं। इलाहाबाद से 159 किलोमीटर का सफर तय करके अयोध्या जा सकते हैं। मिर्जापुर शहर से वाराणसी होते हुए अयोध्या 270 KM की दूरी पर है। आसानी से बसों के जरिए अयोध्या पहुंचा जा सकता हैं। उत्तर प्रदेश ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन की बसें 24 घंटे चलती हैं। ये आसानी से अयोध्या पहुंचा देती हैं। 24 घंटे बस चलती है, जो आसानी से अयोध्या पहुंचाएंगी।

अयोध्या इस मौसम में जाएं

अयोध्या उत्तर प्रदेश का प्रमुख पर्यटन स्थल है। हर कोई इस मंदिर को देखने और राम की जन्म भूमि देखना चाहता है। आयोध्या में मौसम साल भर जा सकते हैं क्‍योंकि यहां का मौसम सदैव अच्‍छा रहता है। अक्टूबर से दिसंबर की बीच का समय बेहतर मान सकते हैं।

निश्‍शुल्‍क भोजन कर सकते हैं आप

अमावा राम मंदिर के राम रसोई में भोजन करने के लिएफॉर्म भरना पड़ता है। अपने साथ आधार कार्ड जरूर ले जाएं। भक्‍त निशुल्‍क भोजन कर सकते हैं। भोजन जमीन पर बैठा कर कराया जाता है। लोग बारी-बारी से सभी भोजन परोसते हैं।

अयोध्या के प्रमुख खानपान

वैसे हर शहर में कुछ विशेष व्‍यंजन होता है, लेकिन राम नगरी में सभी प्रकार का भोजन कर सकते हैं। यहां लिटटी चोखा, दही जलेबी, चाट, मूंग और उरद दाल की गर्मामरम कचौरियां, इमली की चटनी के साथ, सूखे मेवे डली रबड़ी का आनंद ले सकते हैं। लडडू के अलावा उत्‍तर भारतीय थाली भी ले सकते हैं, जिसमें दाल, चावल, आचार, रोटी, चावल, सलाद, दही आदि दिया जाता है।

अयोध्या आएं तो यहां जरूर जाएं

राम मंदिर के निर्माण के साथ ही पर्यटन स्ठल का रूप ले लिया है। राम की नगरी अयोध्या में 4500 से भी ज्यादा मंदिर हैं। इनके बीच ज्यादा दूरी नहीं है। आप पैदल या रिक्शे से या बैट्री रिक्शे से भी दर्शन कर सकते हैं।

घाटों में करें नौका विहार

सरयू तट के निकट नया घाट, राम घाट,लक्ष्मण घाट, गुप्तार घाट आदि हैं। कहते हैं कि सरयू में स्नान करने सारे पाप धुल जाते हैं। घाटों पर नौका विहार के लिए तैयार रखते हैं।

दशरथ महल में बीता चारों भाइयों का बचपन

दशरथ महल हनुमान गढ़ी से कुछ ही दूरी पर है। चारों भाइयों का बचपन यहीं बीता। आपको सामने पुरानी डिजाइन में बना हुआ सुंदर और भव्य द्वार मिलेगा, अंदर जाने पर एक बड़ा सा आंगन मिलेगा।

पैड़ी सरयू घाट पर स्थित है राम की पैड़ी

अयोध्या में राम की पैड़ी सरयू घाट पर स्थित है। राम की पैड़ी के बारे में एक कथा प्रचलित है। जो भी भक्‍त यहां स्नान करता है, उसे सभी तीर्थों में स्नान करने के समान ही पुण्य फल मिलता है।

कैकेयी ने मुंह दिखाई में दिया था कनक भवन

सीता जी को माता कैकेयी ने मुंह दिखाई में कनक भवन दिया था। यह भवन भगवान राम और माता सीता का निवास स्थान था। यह भवन अयोध्या का सबसे भव्य और सुंदर महल है।

हनुमान गढ़ी प्रमुख धार्मिक तीर्थ स्थल

हनुमान गढ़ी मन्दिर नाम से प्रतीत हो रहा है कि यह मंदिर हनुमान जी को समर्पित है। यह मन्दिर अयोध्या में होने के कारण प्रमुख धार्मिक तीर्थ स्थल है। इस मन्दिर में हनुमान जी की भव्य मूर्ति स्थापित है।

गुप्तार घाट में ही श्री राम ने ली थी जल समाधि

अयोध्या का गुप्तार घाट वही स्थान है जहां पर भगवान श्री राम जल समाधि लेकर गुप्त हो गए थे। यहां पर सरयू नदी का जल आज भी बेहद शांत बहता है।

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