प्रतिमाओं को आकार देने में जुटे मूर्तिकार, पीओपी का भी कर रहे इस्तेमाल

राष्ट्र चंडिका न्यूज़,सिवनी- जिले में गणेश उत्सव की तैयारी शुरू हो गई हैl मूर्तिकार गणेश प्रतिमा को आकार देने में जुटे हुए है l गणेश चतुर्थी 19 सितंबर को है। छोटे-छोटे गणेश की मूर्तियों का निर्माण शुरू हो गया है सिवनी जिले के जिला मुख्यालय में मूर्तिकारों ने बताया कि इस वर्ष महंगाई का असर गणेश जी की मूर्ति पर भी पड़ने लगा है। यहां मिट्टी के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। वहीं, मूर्ति निर्माण में सहायक अन्य सामग्री के दाम में भी वृद्धि के चलते गणेश जी की प्रतिमा की कीमत इस साल बढ़ गई है।इस बार एक समिति ने उन्हें कमल फूल पर सवार गणेश की मूर्ति बनाने का आर्डर दिया है। जिसे पूरा करने वे अपने साथी कलाकारों के साथ पूरी तल्लीनता के साथ जुटे हैं। मूर्तिकारों ने बताया कि पहले श्रद्धालु साइज के हिसाब से ही मूर्तियां खरीदते थे,पर अब सुंदरता, कलर मैचिंग, कपड़े व सजावट को भी पैमाना मानते हैं। गणेशोत्सव में अभी समय होने के बावजूद शहर की पूजन समितियां मूर्तिकारों को ऑर्डर देना शुरू कर चुकी हैं, जिससे उन्हें समय पर मनचाही मूर्तियां मिल सकें।
सिर्फ मिट्‌टी की मूर्ति ही करते हैं तैयार
नगर में पिछले कई वर्षों से मूर्ति निर्माण करने का कार्य कर रहे हैं। उनके द्वारा सिर्फ मिट्‌टी की ही मूर्ति तैयार किया जाता है। श्री ठाकुर का कहना है कि कुछ मूर्तिकारों के द्वारा मूर्ति जल्दी तैयार करने के लिए पीओपी का भी इस्तेमाल करने से पीछे नहीं हटते हैं। लेकिन उनके द्वारा कभी भी पीओपी का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। उन्होंने बताया कि उनके द्वारा मूर्तियों को रंगने के लिए भी प्राकृतिक रंगों का ही उपयोग करते हैं जिसके कारण उनके द्वारा बनाई गई मूर्तियां पानी में आसानी से घुल जाती है और पर्यावरण को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंचाता है।

पीओपी गणेश प्रतिमाओं का निर्माण

हर साल पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने के लिए पीओपी गणेश प्रतिमाओं पर रोक लगाई जाती है। सिवनी शहर सहित जिले भर में अनेक स्थानों पर पीओपी मूर्ति का निर्माण किया जा रहा है पर अब तक प्रशासन द्वारा उनके पास कोई नोटिस नहीं पहुंचा।

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