पेटीएम पेमेंट्स बैंक (PBBL) पर देश के बैंकिंग रेग्युलेटर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 31 जनवरी 2024 को बैन लगा दिया था. इसके बाद से लगातार इस बात को लेकर संशय बना हुआ है कि अब पेटीएम का क्या होगा? क्या 29 फरवरी के बाद पेटीएम पेमेंट्स बैंक बंद हो जाएगा? खैर आज जब भारतीय रिजर्व बैंक ने अपनी मौद्रिक नीति का ऐलान किया, तो पेटीएम को लेकर कई बड़ी बातें कहीं.
मौद्रिक नीति की घोषणा के वक्त ही आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि रेग्युलेशन के दायरे में आने वाली कंपनियों से रेग्युलेशन की गंभीरता और तौर-तरीकों के सही पालन की उम्मीद की जाती है. उन्हें ग्राहकों के हितों का संरक्षण करना चाहिए. हालांकि उस वक्त उन्होंने पेटीएम का नाम नहीं लिया. उनकी इस नसीहत को सिर्फ पेटीएम नहीं, बल्कि अन्य फिनटेक कंपनियों के संदर्भ में भी देखा जाना चाहिए.
‘पेटीएम को पर्याप्त समय दिया गया’
मौद्रिक नीति की घोषणा के बाद प्रेस से बातचीत में आरबीआई गवर्नर ने पेटीएम से जुड़े कई सवालों के जवाब दिए हैं. जानें उन्होंने पेटीएम को लेकर क्या-क्या कहा…?
- पेटीएम को सुधार करने के लिए पर्याप्त समय दिया गया. लेकिन बार-बार नियमों का पालन नहीं करने के चलते उस पर कार्रवाई की गई.
- पेटीएम का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि यदि सभी नियमों का पालन किया गया होता, तो केंद्रीय बैंक किसी रेग्युलेटेड कंपनी के खिलाफ कार्रवाई क्यों करता?
- पेटीएम पेमेंट्स बैंक का मामला इंडिविजुअल है. इस मामले में पेमेंट्स के सिस्टम को लेकर चिंता की कोई बात नहीं है.
- RBI हमेशा रेग्युलेशन के दायरे में आने वाली कंपनियों के साथ द्विपक्षीय गतिविधि पर जोर देता है. हमारी कोशिश होती है कि कंपनियां सही कदम उठाएं.
- जब भी कोई बैंक या एनबीएफसी रेग्युलेशन से जुड़े सही कदम नहीं उठाते हैं, हम उन पर कारोबार से संबंधित पाबंदियां लगाते हैं.
- एक जिम्मेदार रेग्युलेटर होने के नाते हम सिस्टम की स्टेबिलिटी, डिपॉजिटर्स और ग्राहकों के हितों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर हम कदम उठाते हैं.
- RBI पेटीएम को लेकर की गयी कार्रवाई के बारे में लोगों की चिंताओं को दूर करेगा. अगले सप्ताह इस बारे में एक FAQ’s जारी किया जाएगा.
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