Google को फ्रांस में देना है 2261 करोड़ का जुर्माना, क्या भारत के 2274 करोड़ भी चुकाएगा? जानें पूरा मामला

मोबाइल सेगमेंट में अभी भी गूगल के पास 70 फीसदी हिस्सेदारी है. वहीं जब आप सर्च इंजन की बात करते हैं तो यह आंकड़ा बढ़कर 83.49% तक पहुंच जाता है. आप इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि यूजरबेस के मामले में गूगल के पास कितना बड़ा बाजार है. ऐसे में गूगल पर सख्ती किया जाना कितना जरूरी है और उससे यूजर पर क्या असर होगा. क्या गूगल इन पैसों की वसूली के लिए कोई बड़ा कदम उठाएगा?

गूगल पर भारी जुर्माना

सख्ती का जिक्र आज हमने इसलिए किया है, क्योंकि गूगल पर फ्रांस ने न्यूज पब्लिशर्स की खबरों का भुगतान न करने के एवज में जुर्माना लगाया है. यह पेनाल्टी एक दो करोड़ की नहीं बल्कि 2,261 करोड़ की लगाई गई है. बताया जा रहा है कि यह विवाद काफी लंबे टाइम से चल रहा था. अब जाकर फैसला आया है. कुछ दिन पहले इंडिया में भी गूगल पर 2274 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया गया था. इसके पीछे का कारण एंड्रॉयड यूजर्स पर अपने दबदबे का गलत फायदा उठाना था.

जहां तक रही बात कि गूगल जुर्माने की वसूली के लिए क्या करेगा. बता दें कि कोई भी कंपनी जब नुकसान में जाती है तो उसका मैनेजमेंट उसके प्रॉफिट में जाने के लिए तरह-तरह के फैसले लेते हैं. जुर्माने की राशि कंपनी के एक्सपेंसेज में ऐड हो जाएगी, जिसमें कंपनी को उस पीरियड में हुए खर्च में शामिल किया जाएगा, लेकिन यह नेट प्रॉफिट को कमजोर कर देगा. गूगल के पास इस समस्या के हल के लिए या तो कोई नई पॉलिसी लानी पड़ेगी या फिर यूजर्स से पैसे वसूलने के लिए एक नियम बनाना पड़ेगा.

ऐसे पड़ेगा असर

बता दें कि इस समय गूगल न्यूज पब्लिशर्स को खबर अपलोड करने के लिए पैसा देता है. साथ ही यूट्यूब चैनल पर मोनेटाइज चैनल को भी ऐड रेवेन्यू शेयर करता है. आज के समय में करोड़ की संख्या में लोग अपना वेबसाइट और यूट्यूब चैनल रन कर पैसा कमा रहे हैं. इस विषय पर एक्सपर्ट कहते हैं कि गूगल इस नुकसान की भरपाई के लिए ऐड रेवेन्यू शेयर करने में कुछ बदलाव कर सकता है. इससे उन लोगों की जेब पर असर होगा जो गूगल ऐड रेवेन्यू के भरोसे कमाई करते हैं.

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