“नीतीश को देखकर गिरगिट भी शर्मा जाता है”, किशनगंज में तेजस्वी और मुख्यमंत्री पर जमकर बरसे ओवैसी

किशनगंज: एआईएमआईएम सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) शुक्रवार को बिहार के सीमांचल में अपने दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे हैं। पहले दिन असदुद्दीन ओवैसी ने किशनगंज के ठाकुरगंज प्रखंड के पौआखाली पंचायत के खेल मैदान में जनसभा को संबोधित करते हुए राजद नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर जमकर हमला बोला।

“नीतीश कुमार को देखकर गिरगिट भी शर्मा जाता है”
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि नीतीश कुमार को देखकर गिरगिट भी शर्मा जाता है। मुख्यमंत्री कल तक कहते थे कि मर जाएंगे, लेकिन नरेंद्र मोदी के साथ नहीं जाएंगे। तेजस्वी पर हमला करते हुए ओवैसी ने कहा कि इन दोनों तेजस्वी यादव घुम-घूम कर कह रहे हैं कि चाचा हमको छोड़कर चले गए। यही तेजस्वी यादव पौवाखाली के मेला मैदान में अपने संबोधन में बोले थे कि अगर हम सरकार में शामिल होंगे तो सीमांचल डेवलपमेंट कमेटी बनाकर इस क्षेत्र का विकास करेंगे। यही तेजस्वी यादव विगत दिनों हमारे पार्टी के चार गुलाब जामुन खाकर डकार गए। वह चारों विधायक जनता को क्या मुंह दिखाएंगे।

“नरेंद्र मोदी इन दोनों पंडित और पुजारी भी बन गए हैं”
ओवैसी ने पीएम नरेंद्र मोदी को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी इन दोनों पंडित और पुजारी भी बन गए हैं, जो अपनी ही पार्टी का 370 सीट जीतने का भविष्यवाणी भी घूम-घूम कर कर रहे हैं। किशनगंज के कुछ नेता हमें और हमारी पार्टी के नेता को वोट कटवा कहते थे, आरएसएस और विश्व हिंदू परिषद का एजेंट कहते थे, उनका चेहरा आज पूरी तरह से काला हो गया है। अरे वही लोग और उसी के नेता नरेंद्र मोदी और आरएसएस के गोद में बैठकर चाय पी रहे हैं। सीमांचल के लोगों को सरकारी नौकरी में कम हिस्सेदारी मिली है। असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि यही आरएसएस के लोग हमारे 500 साल पुराने मस्जिद को तोड़ने का काम किया है और विगत दिनों कई मदरसों में आग लगाने का काम किया है।

“हम सीमांचल के लोगों के हक की बात पहले भी करते थे और..”
एआईएमआईएम सुप्रीमो ने कहा कि हम सीमांचल के लोगों के हक की बात पहले भी करते थे और आगे भी करते रहेंगे। उन्होंने जनता से अपील की है कि हमारे नेता जनाब अख्तरुल इमाम को लोकसभा के चुनाव में भारी मत देकर पार्लियामेंट भेजने का काम करें ताकि इमाम सीमांचल के हक और हुकुम की बात कर सकें।

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