वन परिक्षेत्र मझगवां में बाघ का करंट से शिकार

रीवा। वन परिक्षेत्र मझगवां के अंतर्गत बाघ का करंट से शिकार किया। बाघ का शव कई दिनों तक एसडीओ चित्रकूट रेंजर मझगवां ने छिपाकर रखी थी। जब उसकी जानकारी ग्रामीणों ने वरिष्ठ को दी तब दोनों अधिकारी मौके पर पहुंचे पूर्व से ही बाघ प्रतिदिन रोड में दिख रहा था।

सुरक्षा के नाम पर बजट की हेराफेरी

इनको ग्रामीणों द्वारा सूचना दी जा रही थी लेकिन सिर्फ पंकज दुबे वन परिक्षेत्र अधिकारी मझगवां एवं अभिषेक तिवारी एसडीओ चित्रकूट ने सुरक्षा के नाम पर बजट की हेरा फेरी कर वन प्राणी बाघ की कोई सुरक्षा नहीं की।

बाघ की मृत्यु का कारण यही दोनों अधिकारी हैं

इस बात की पूरी संभावना समिति सदस्यों ने जताई थी कि किसी दिन भी बाघ की हत्या हो सकती है। बाघ की मृत्यु का कारण यही दोनों अधिकारी हैं। इनको तत्काल निलंबित करने के लिए वन मंडलाधिकारी सतना विपिन पटेल से विधानसभा चित्रकूट की जनता ने अपील की है।

पंकज दुबे ने साठगांठ कर जांच को झूठी साबित करवाया था

सीसीएफ रीवा से इस बात का आग्रह किया कि पंकज दुबे ने पहले बॉक्साइट का उत्खनन कर लंबी रकम कमाई गई फिर अवैध शिकारियों से मिलकर वन्य प्राणि‍यों का शिकार करा रहे हैं। इस बात की शिकायत पूर्व में मुख्यमंत्री एवं वन मंत्री एवं वरिष्ठ अधिकारों को की जा चुकी है। पंकज दुबे ने साठगांठ कर जांच को झूठी साबित करवाया था।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.