अनूपपुर ने प्रदेश स्तर पर बाजी मारी मिला पहला स्थान

जबलपुर। सरकारी अस्पतालों की दशा सुधारने के लिए शुरू किए गए कायाकल्प अभियान में जिला अस्पताल अनूपपुर और दमोह ने राज्य स्तर पर बाजी मारी है। वर्ष 2022-23 के लिए घोषित कायाकल्प अवार्ड में अनूपपुर जिला अस्पताल विजेता बना है। प्रदेश में तीसरा स्थान (द्वितीय विजेता) जिला अस्पताल दमोह को मिला है। अनूपपुर को पुरस्कार स्वरूप 25 लाख व दमोह को 10 लाख रुपये दिए जाएंगे। यह तीसरी बार है जब अनूपपुर जिला अस्पताल इस अवार्ड का हकदार बना है। इसके पूर्व दमोह जिला अस्पताल को तीन बार अभियान के तहत सांत्वना पुरस्कार मिल चुका है।

बेहतर पाई गईं स्वास्थ्य सेवाएं

अनूपपुर जिला अस्पताल को 2021-22 में पहला और 2019-20 में तीसरा पुरस्कार मिला था। 100 बिस्तरीय अनूपपुर जिला जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर पाई गईं। इधर, कायाकल्प अभियान में इस बार जबलपुर काफी पीछे रह गया। जिला अस्पताल, सामुदायिक, प्राथमिक व सिविल अस्पतालाें की श्रेणी में जिले को कुल 13 अवार्ड मिले। विजेता के तौर पर सिर्फ एक अवार्ड प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गोसलपुर को मिला है। वहीं। हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर की श्रेणी में गाड़ाघाट पाटन कायाकल्प अवार्ड में जिले में प्रथम रहा।

इन अस्पतालों को भी मिला पुरस्कार

बालाघाट, रीवा, नरसिंहपुर, उमरिया, शहडोल, पन्ना, सीधी, मंडला, सिंगरौली को भी सांत्वना पुरस्कार मिला है। इन अस्पतालों को तीन-तीन लाख रुपये का पुरस्कार प्राप्त होगा।

ये हैं आठ इंडिकेटर

कायाकल्प अभियान के तहत प्रत्येक वर्ष आठ इंडिकेटर पर सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं का मूल्यांकन कराया जाता है। जिनमें रखरखाव, सफाई का प्रबंध एवं स्वच्छता, जैव अपशिष्ट प्रबंधन, संक्रमण नियंत्रण, सहायक सेवाएं, स्वच्छता संवर्धन, अस्पताल परिसर में बाउंड्रीवाल, इको फ्रेंडली वातावरण शामिल है।

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