प्रतिबंधित दवाओं की बाजार में धड़ल्ले से बिक्री

आप बाजार में कुछ दवाई लेने जा रहे हैं तो सावधान हो जाइए, क्योंकि उन्हें स्वास्थ्य विभाग ने 2 दिन पहले ही प्रतिबंध किया है. बावजूद इसके दवा दुकान संचालक इन्हें धड़ल्ले से बेच रहे हैं और आम आदमी के जीवन से खिलवाड़ कर रहे हैं.

राष्ट्र चंडिका,भोपाल। थोड़े से मुनाफे के लिए दुकानदार किस तरह से लोगों की जान का खिलवाड़ करते हैं इसकी बानगी इन दिनों भोपाल के साथ पूरे प्रदेश में नजर आ रही है. 2 दिन पहले ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 14 प्रकार की फिक्स डोस कॉमिनेशन दवाओं की बिक्री पर प्रतिबंध लगाया है. लेकिन यह दवाएं प्रतिबंध के बाद भी शहर में धड़ल्ले से बिक रही हैं. यह जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम भोपाल के दवा बाजार पहुंची और मेडिकल शॉप पर बुखार और हाथ पैर दर्द होने के लिए निमेसूलाइड पेरासिटामोल की मांग की. तो दुकानदार तुरंत ही दवा लेकर आ गया और बताने लगा कि कितने पैसे की यह दवा मिल रही है.

दुकानदार बोला-देश के बाहर लगा है प्रतिबंध: थोड़ी देर रुकने के बाद जब हमने इससे पूछा कि इस दवा पर प्रतिबंध लगा हुआ है तो इसमें हमें बातों में उलझाना शुरू कर दिया, उसने कहा कि ”इन दवाओं पर प्रतिबंध है लेकिन यह हिंदुस्तान में नहीं है. इंडिया के बाहर इन दवाओं पर प्रतिबंध लगा है.” इस पर  टीम ने जब उससे कहा कि हमने तो पढ़ा था इन दवाओं पर प्रतिबंध है, तो दुकानदार का कहना था ”यह प्रतिबंध हिंदुस्तान के बाहर इन दवाओं पर लगा है.”

प्रतिबंधित दवा से खतरा: भोपाल के सभी मेडिकल स्टोर पर यही स्थिति बनी हुई है. प्रतिबंध लगा होने के बाद भी यह 14 दवाएं आसानी से मिल रही हैं. इसके बाद हम हमीदिया अस्पताल के पास पहुंचे यहां पर भी हमने मेडिकल स्टोर पर सर्दी खांसी के साथ बुखार होने की बात कही, जिस पर यहां केमिस्ट पर मौजूद दुकानदार ने हमें एमोक्सोलनी ब्रोम्हेक्सिन कॉन्बिनेशन वाली दवा दे दी. यह दवाएं शरीर के लिए खतरा हो सकती हैं.

इन कॉम्बिनेशन पर लगी रोक

एमोक्सोलिन + ब्रोम्हेक्सिन

निमेसुलाइड + पेरासिटामोल डिस्पर्सिबल

क्लोफेनिरामाइन मेलेट + कोडाइन सिरप

ब्रोम्हेक्सिन + डेक्सट्रोमेथोरफैन + अमोनियम क्लोराइड + मेंथोल

फोल्कोडाइन + प्रोमेथाजाइन

पेरासिटामोल + ब्रोम्हेक्सिन + फेनिलेफ्राइन + क्लोरफेनिरामाइन + गुइफेंसिन + सैलबुटामोल

दवा खरीदते समय बरतें सावधानी: इन दवाओं पर केंद्र सरकार ने इसलिए रोक लगाई है, क्योंकि यह दवा उपचारात्मक औचित्य वाली दवाई नहीं है. साथ ही शरीर के लिए भी खतरा होती हैं. लेकिन उसके बावजूद शहर के मेडिकल स्टोर्स पर यह दवाएं लगातार धड़ल्ले से बिक रही हैं और जिन्हें रोक-टोक लगाने वाला भी कोई नहीं है. ऐसे में कहा जा सकता है कि बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक के लिए इन प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री होना उनकी जान से खिलवाड़ जैसा नजर आ रहा है. वहीं, मेडिकल्स शॉप पर मॉनिटरिंग करने वाली कंपनी के अधिकारी का कहना है कि “हमने नोटिफिकेशन जारी कर दिया है. फील्ड टीम को भी निरीक्षण करने को कहा गया है. आदेश का पालन सबको करना होगा जो नहीं करेगा उस पर कार्रवाई की जाएगी. आम लोगों को भी दवा खरीदते समय सवधानी बरतनी चाहिए. हर दवा पर उसका फॉर्मेशन लिखा होता है. जिसमें दवा में किन सॉल्ट का इस्तेमाल किया गया है वो लिखा होता है.”

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