कांग्रेस ने कहा, किसानों पर नहीं लगेगा मंडी शुल्क, भाजपा फैला रही भ्रम

रायपुर। छत्तीसगढ़ में मंडी शुल्क को लेकर मचे सियासी घमासान के बीच कांग्रेस ने साफ किया है कि किसानों को मंडी शुल्क नहीं लगेगा। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय झूठ बोलकर दुष्प्रचार कर रहे हैं कि मंडी शुल्क किसानों से लिया जाएगा, जबकि हकीकत यह है मंडी शुल्क व्यापारियों से लिया जाएगा।
इस राशि का इस्तेमाल कृषक कल्याण और मंडी समितियों की मूलभूत सुविधाओं को बढ़ाने में होगा। भाजपा मंडी शुल्क पर घड़ियाली आंसू बहा रही। शुक्ला ने कहा कि इसी भाजपा ने मंडियों को समाप्त करने के लिए काला कानून बनाया था। आज भाजपाई मंडियों की उपयोगिता बता रहे हैं।
शुक्ला ने कहा कि भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बदनीयत छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश के किसानों के सामने बेपर्दा हो चुकी है। ये किसानों को गुलाम बनाने की मानसिकता रखते हैं। तभी तो तीन काले कानून लाए थे। अब जबकि किसानों व कांग्रेस के दबाव में उनकी मंशा पर पानी फिर गया, केंद्र सरकार किसानों के साथ बारदाने की कमी और उसना चावल नहीं खरीदने जैसी साजिश रच रही है। इसके बावजूद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की घोषणा के अनुरूप व्यवस्थित रूप से किसान के धान का दाना-दाना खरीदना शुरू हो चुका है।
मंडी शुल्क बढ़ने पर भाजपा हुई थी मुखर
मंडी शुल्क में वृद्धि का आदेश आने पर किसानों के विरोध के साथ भाजपा भी मुखर हुई थी। कृषि उत्पादन आयुक्त डा. कमलप्रीत सिंह के हस्ताक्षर से जारी आदेश में राज्य की मंडियों में राज्य या राज्य के बाहर से आने वाले सभी उत्पादों पर यह शुल्क लागू होने का उल्लेख है। वहीं विभागीय अधिकारियों ने स्पष्ट किया था कि शुल्क किसानों से नहीं बल्कि व्यापारियों पर लागू होगा।