भारत में गर्मियों का सीजन शुरू हो चुका है और इससे राहत पाने के लिए लोग स्विमिंग पूल का रुख करने लगे हैं. सोसायटी से लेकर पड़ोस के स्पोर्ट्स क्लब तक में बच्चों से लेकर बड़ों तक के स्विमिंग सीखने का दौर शुरू हो चुका है और इसके लिए सबसे जरूरी है स्विमवियर. क्या आप जानते हैं कि दुनिया में स्विमवियर का ये मार्केट कितना बड़ा है? इसकी सबसे ज्यादा डिमांड कहां हैं और महिलाओं के बीच फैशन का भी सिंबल बन चुकी बिकिनी की इस पूरे सेगमेंट में कितनी हिस्सेदारी है? चलिए आपको बताते हैं…
स्विमवियर मार्केट में सबसे ज्यादा पॉपुलर प्रोडक्ट महिलाओं द्वारा इस्तेमाल में लाई जाने वाली बिकिनी है. दुनिया में इसका मार्केट साइज कई लाख करोड़ रुपए का है. सबसे ज्यादा डिमांड के मामले में अमेरिका और जापान का नंबर सबसे ऊपर आता है.
2 लाख करोड़ रुपए का मार्केट
दुनिया के अलग-अलग मार्केट्स पर रिसर्च करने वाली एक वेबसाइट का ‘रिसर्च एंड मार्केट डॉट कॉम’ ने दुनिया के स्विमवियर मार्केट पर भी एक रिसर्च की है. इसके हिसाब से साल 2023 में दुनियाभर में स्विमवियर का मार्केट साइज करीब 22.70 अरब डॉलर (करीब 1.90 लाख करोड़ रुपए) का रहा. इस साल इसकी डिमांड में लगभग 7 प्रतिशत ग्रोथ की उम्मीद है और ये 24.30 अरब डॉलर का हो सकता है. भारतीय रुपए में ये राशि करीब 2 लाख करोड़ रुपए बैठती है.
बिकिनी के सबसे बड़े मार्केट
दुनिया में बिकिनी के सबसे बड़े मार्केट यूं तो अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान हैं. वहीं इंडोनेशिया, दक्षिण कोरिया, ब्राजील, भारत और स्पेन भी इनकी बहुत डिमांड है. रिपोर्ट के मुताबिक उभरते बाजारों में इनकी नई डिमांड जेनरेट हो रही है और साल 2023 में नई मांग के लिहाज से सबसे बड़ा एरिया एशिया-प्रशांत क्षेत्र रहा है.
दुनिया में बिकिनी बनाने वाली सबसे बड़ी मैन्यूफैक्चरर कंपनी इंडोनेशिया की है. ‘बाली स्विमवियर’ ना सिर्फ अपने ब्रांड के लिए स्विमवियर की मैन्यूफैक्चरिंग करती है, बल्कि कई फेमस ब्रांड के लिए कॉन्ट्रैक्ट पर स्विमवियर बनाती है. इसके अलावा चीन की ‘द विसराइज गारमेंट’ और ‘क्यूर्टेक्स’ भी दुनिया की सबसे बड़ी स्विमवियर मैन्यूफैक्चरिंग कंपनियों में से एक है.
बिकिनी की डिमांड सबसे ज्यादा
अगर स्विमवियर में कैटेगरी वाइज देखा जाए, तो महिलाओं द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली बिकिनी सबसे बड़ी कैटेगरी है. इसकी एक वजह इसका स्विमवियर के साथ-साथ फैशन स्टेटमेंट होना भी है. बाली स्विम के एक रिसर्च के मुताबिक इसमें 2022 में जहां ये सबसे अधिक रहा है, तो आने वाले दस साल बाद यानी 2032 तक भी महिलाओं के स्विमवियर का सेगमेंट की सबसे अधिक रहेगा.
वहीं जीएम इंसाइट डॉट कॉम की एक मार्केट रिसर्च साइट के मुताबिक बिकिनी सबसे अधिक डॉमिनेट करने वाली कैटेगरी है. साल 2023 में इस इकलौती कैटेगरी का रिवेन्यू 8.1 अरब डॉलर (करीब 67,645 करोड़ रुपए) रहा है. 2032 तक इसका रिवेन्यू 14.6 अरब डॉलर (करीब 1,21,930 करोड़ रुपए) होने का अनुमान है.
फेमस हैं ये बिकिनी ब्रांड्स
Vogue जैसी फैशन मैगजीन के मुताबिक दुनिया के टॉप बिकिनी ब्रांड्स में लिडो, ट्रॉपिक ऑफ सी, फेथफुल द ब्रांड, आइसा बोल्डर और हुंज़ा जी शामिल हैं. वैसे बिकिनी सिर्फ महिलाएं ही नहीं पुरुष भी पहनते हैं.
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