रूस-यूक्रेन, इजराइल-हमास के बाद दुनिया में एक और जंग छिड़ गई है. ये जंग इजराइल और ईरान के बीच छिड़ी है. पूरा मिडिल ईस्ट इस जंग की जद में है. इजराइल ने शुक्रवार सुबह ईरान के कई ठिकानों पर हमला कर दिया था. मगर ईरान ने इस हमले के पलटवार में इजारइल पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यही है कि ईरान ने इजराइल पर जवाबी पलटवार क्यों नहीं क्या?
इजराइली हमले को लेकर ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दोल्लाहियन ने कहा है कि शुक्रवार के हमले में अभी तक इजराइल का सीधा हाथ नहीं मिला है इसलिए ईरान ने कोई कार्रवाई नहीं की है. उन्होंने कहा कि अगर इजराइल ने कोई दुस्साहस किया तो करारा जवाब मिलेगा. बता दें कि इजराइल ने शुक्रवार की सुबह ईरान के 9 ठिकानों को मिसाइल और ड्रोन से निशाना बनाया था.
इजराइल ने ईरान के इस्फहान प्रांत को किया टारगेट
बता दें कि इजराइल ने ईरान के उस शहर पर हमला किया जो जंग के लिहाज से उसके लिए बेहद अहम है. इजराइल ने ईरान के इस्फहान प्रांत को टारगेट किया. तेहरान और मशहद के बाद इस्फहान ईरान का तीसरा सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला शहर है. इस्फहान को मिलिट्री कैपिटल भी कहा जाता है. इस्फहान में ईरान की कई न्यूक्लियर साइट्स मौजूद हैं. इस्फहान में ईरान की कई न्यूक्लियर साइट्स मौजूद हैं.
इस्फहान में न्यूक्लियर प्लांट के अलावा ईरानी एयरफोर्स का हेडक्वार्टर भी है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 14 अप्रैल को यहीं से ही इजराइल पर हवाई हमला किया गया था. ईरानी हमले के बाद इजराइल ने कहा था कि वह ईरान की तरह 12 दिनों तक शांत नहीं बैठेगा. वह जरूर पलटवार करेगा. इस तरह इजराइल ने 19 अप्रैल को ईरान पर हमला कर दिया. इस हमले ईरान ने अपने ऊपर सीधा हमला नहीं माना.
ऐसे शुरू हुई ईरान-इजराइल के बीच हालिया जंग
बता दें कि इजराइल ने 1 अप्रैल को सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरानी एंबेसी के पास हमला कर दिया. इसके बाद ईरान ने कहा था कि इजराइल को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी. ईरान ने करीब 12 दिन बाद इजराइल पर अटैक कर दिया. ईरान ने इजराइल पर 300 से ज्यादा ड्रोन और मिसाइल से हमले किए. हालांकि, इन हमलों में इजराइल को खासा नुकसान नहीं हुआ.
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