जबलपुर। राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 30 से गांधीग्राम, बम्हौरी तिराहा, नई बस्ती तिराहा, बरनू तिराहा तक सड़क के किनारे लगे हाई मास्ट लाइट लगभग एक महीने से बंद हैं। रात में सड़क के चारों अंधेरा छाया रहता है। यहां तक कि चौराहे, तिराहे व डायवर्सन मार्ग पर भी अंधेरा रहता है। ऐसे में दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है।
एक्सीडेंट जोन पर भी छाया है अंधेरा
बस्तियों के नजदीक राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा प्रकाश व्यवस्था के लिए सड़क के किनारे व सड़क के बीचों-बीच खंबे करके स्ट्रीट लाइट चालू की गई थी। लेकिन, पिछले एक माह से प्रकाश व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। वहीं राहगीरों को भी परेशानी हो रही है। उनका कहना है कि रात में सड़क से गुरजने में डर लगता है। फोर लाइन के किनारे रहने बाले वाशिंदों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। केवल पहरेवा से सिहोरा, मोहतरा, टोलप्लाजा के पास व गोसलपुर थाने के पास लाइट चालू रहती है।
एक्सीडेंट जोन पर भी छाया है अंधेरा
गांधीग्राम, धमकी, बरनू व जुझारी चौराहा समेत डायवर्सन पर अनेकों बार एक्सीडेंट हो चुके हैं। ये स्थल एक्सीडेंटल जोन हैं फिर भी अंधेरा छाया रहता है। अंधेरे में वाहन चालकों को वाहन की साइड बदलने में एक्सीडेंट का भय बना रहता है। ऐडवोकेट राघवेन्द्र त्रिपाठी, आशीष आचार्य, वासुदेव मिश्रा, प्रकाश मिश्रा, कमलेश असाटी, अरविन्द सिंह गौर, ओम प्रकाश चौरसिया, शुभम द्विवेदी, अशोक तिवारी ने बताया कि सड़क पर किनारे वाहन खड़े रहते हैं व कभी-कभी तो सड़कों पर मवेशियों का झुंड बैठा रहता है। लेकिन, स्ट्रीट लाइट न जलने के कारण अंधेरे में अनेक वाहन चालक दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं। उन्होने एनएचएआइ के प्रोजेक्ट डायरेक्टर से शीघ्र प्रकाश व्यवस्था को बहाल करने की मांग की है।
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