दीपिका पादुकोण की तरह 35 की उम्र के बाद प्रेगनेंसी का है प्लान? डाइटिशियन से जानें क्या खाएं

एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण और उनके पति रणवीर सिंह के घर आने वाले सितंबर में नई खुशियां आने वाली हैं. दरअसल, दीपिका पादुकोण मां बनने वाली हैं और उन्होंने खुद इसकी जानकारी सोशल मीडिया पर फैंस के बीच शेयर की है. हाल ही में एक्ट्रेस अनुष्का शर्मा और विराट कोहली के घर में बेटे ने जन्म लिया है. यहां सवाल ये है कि दीपिका पादुकोण ने 35 की उम्र के बाद प्रेगनेंट होने का प्लान बनाया है. भारत में इस उम्र के बाद प्रेगनेंसी थोड़ी मुश्किल मानी जाती है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक 35 की उम्र के पड़ाव को पार करने के बाद कंसीव करने में कई दिक्कतें आती हैं. इसके बावजूद अगर महिला प्रेगनेंसी कंसीव कर लेती है तो उसे सेहत के प्रति ज्यादा सतर्क रहना चाहिए.

कहीं आप भी तो दीपिका पादुकोण की तरह 35 की उम्र के बाद बेबी प्लानिंग तो नहीं कर रही हैं. इस आर्टिकल में हम आपको बताने जा रहे हैं कि इस उम्र में प्रेगनेंट होने के बाद आपको अपनी डाइट में क्या-क्या बदलाव करने चाहिए. साथ ही डायटिशियन से जानिए कि किस तरह का खानपान समस्या पैदा कर सकता है.

क्या कहती हैं एक्सपर्ट

जयपुर की डायटिशियन सुरभि पारीक ने इस संदर्भ में अहम जानकारियां टीवी9 के साथ साझा की. वे बताती हैं कि इस उम्र में अगर प्रेगनेंसी का फैसला लिया है तो खानपान में गलती नहीं होनी चाहिए. एक्सपर्ट कहती हैं कि गर्भव्यस्था के दौरान एक महिला को बाहर के खाने से परहेज करना चाहिए. सुबह-सुबह ओट्स या पोहा जैसे हेल्दी ब्रेकफास्ट को करना चाहिए. एक्सपर्ट सुरभि बताती हैं कि प्रेगनेंसी के पीरियड में हेल्दी फैट्स जैसे नट्स और सीड्स और आयरन और फोलिक एसिड जरूर लेने चाहिए क्योंकि इससे बच्चे की ब्रेन ग्रोथ में फायदा मिलता है.

इसके अलावा जरूरत से ज्यादा वेट गेन से बचना चाहिए क्योंकि इससे डायबिटीज या दूसरी हेल्थ प्रॉब्लम्स का खतरा बढ़ता है. डायटिशियन सुरभि कहती हैं कि अगर अल्कोहल या सिगरेट की आदत है तो इनसे तुरंत दूरी बना लें.

कैसे हो ब्रेकफास्ट

बैलेंस डाइट में प्रेगनेंट महिला को हेल्दी ब्रेकफास्ट करना चाहिए. सुबह-सुबह लिक्विड डाइट से बचें क्योंकि इस कारण मतली या उल्टी की दिक्कत हो सकती है. इसकी जगह आप नट्स या सीड्स का सेवन कर सकती हैं. इसके बाद नाश्ते में मिल्क लें जो लो फैट हो इसके साथ अनाज का एक पॉर्शन भी लेना चाहिए जो पर्याप्त मात्रा में एनर्जी देता है. इसके बाद आप 11 बजे के आसपास कोकोनट वाटर और फ्रूट्स लें सकती हैं क्योंकि इनके जरिए शरीर में एंटीऑक्सीडेंट्स की पूर्ति हो पाती है.

लंच में खाएं ये चीजें

एक्सपर्ट बताती हैं कि डाइट को एज और वेट के हिसाब से बैलेंस रखना चाहिए. हालांकि कार्ब्स में कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट्स के लिए साबुत अनाज, मोटा अनाज, सब्जियां और फ्रूट्स पर फोकस करना चाहिए. शुगर या रिफाइंड फ्लोर से मिलने वाले कार्ब्स से वेट गेन की प्रॉब्लम हो सकती है. लंच में दो पतली चपाती और सब्जी जरूर रखें. इसके अलावा सलाद और दही का रायता जरूर शामिल करें.

इवनिंग स्नैक

एक्सपर्ट सुरभि पारीक कहती हैं कि शाम के समय स्नैक के लिए महिलाएं रोस्टेड मखाना को खा सकती हैं. वैसे इस टाइम भी नट्स या सीड्स को खाना बेस्ट साबित हो सकती है. इससे शरीर में कैल्शियम की जरूरत को पूरा करने में मदद मिलती है.

डिनर में क्या खाएं

एक्सपर्ट के मुताबिक नाइट में डिनर लाइट रखना चाहिए. प्रेगनेंसी ही नहीं हमें नॉर्मल लाइफ में भी छोटे-छोटे मील्स का रुटीन फॉलो करना चाहिए. इसके अलावा बिल्कुल भी बैड रेस्ट पर नहीं रहना है. हां अगर कॉम्लिकेशन्स होने के चलते डॉक्टर ऐसा कहें तो इसे जरूर फॉलो करें. प्रेगनेंसी के दौरान फिजिकली एक्टिव रहें. इसके लिए एक्सपर्ट की सलाह पर एक्सरसाइज या हल्का व्यायाम करें. स्लो वॉक भी रुटीन में शामिल किया जा सकता है.

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.