पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में ऑनलाइन मोबाइल गेम (फ्री फायर) का पासवर्ड साझा करने से इनकार करने पर एक किशोर की उसके चार दोस्तों द्वारा कथित तौर पर हत्या कर दी गई। बाद में उसके शरीर को उसके दोस्तों ने जला दिया और जंगल में फेंक दिया। पुलिस ने बताया कि 10वीं कक्षा के छात्र पपाई की उसके चार ‘करीबी’ दोस्तों ने एक मोबाइल ऑनलाइन गेम के लिए पासवर्ड साझा करने से इनकार के बाद उसकी कथित तौर पर हत्या कर उसके शव को जला दिया।
हालांकि, आरोपी युवकों को पकड़ लिया गया है। किशोरी की मां पूर्णिमा दास ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पर जांच शुरू की गई। जांच के दौरान पुलिस ने पपाई दास के शव को एक जंगल के पास से बरामद किया। पुलिस ने हत्या में शामिल चार नाबालिग दोस्तों को पकड़ लिया। उन्हें कल जिला किशोर न्याय बोर्ड में पेश किया जाएगा।
पुलिस ने बताया, ये पांच युवक एक क्वार्टर में ऑनलाइन गेम खेलते थ। पपाई आठ जनवरी की शाम को घर से बाहर गया था, लेकिन उसके बाद वापस नहीं लौटा। जिसके बाद 9 जनवरी को परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने बताया कि हत्या करने के बाद उसके चारों दोस्तों ने अपनी-अपनी बाइक से पेट्रोल निकाल कर मृतक के शव को जलाने का प्रयास किया। पुलिस के मुताबिक, मृतक की मां ने शव के शरीर पर बने टैटू से उसकी पहचान की। पुलिस अधिकारी ने यह भी बताया कि मृतक इस ऑनलाइन गेम का इतना आदी था कि उसने इस साल अपनी प्री-बोर्ड परीक्षा भी छोड़ दी थी।
हाल ही में बिहार के बांका जिला से भी एक ऐसी ही खबर सामने आई थी। बांका के रजौन थाना क्षेत्र के नयाडीह गांव में 3 जनवरी को तालाब से एक नाबालिग का शव बरामद किया गया था। बच्चे की शव की पहचान सीकानपुर गांव निवासी रामदेव यादव के पुत्र दिलखुश कुमार, उम्र 13 साल, के रूप में हुई थी। पुलिस को जांच के दौरान पता चला की उसके दोस्तों ने ही उसकी हत्या की थी। पुलिस ने इस मामले में दो नाबालिगों को गिरफ्तार भी किया था।
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