हड़ताल का असर, कुछ स्कूलों में छुट्टी तो कुछ में आज लगेंगी कक्षाएं

सहोदय स्कूल अध्यक्ष इसाबेल स्वामी का कहना है कि दोपहर तक स्थिति स्पष्ट नहीं हुई थी। पहले अधिकांश स्कूलों ने छुट्टी कर दी, क्योंकि हड़ताल से संबंधित कई वीडियो प्रसारित हुए थे। माता-पिता को बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंताएं होने लगी, मगर शाम को जिला प्रशासन का संदेश मिलने के बाद कुछ स्कूलों ने कक्षाएं लगाने पर जोर दिया। अभिभावक आशीष कपूर का कहना है कि बेटी के स्कूल ने छुट्टी घोषित कर दी, लेकिन आनलाइन पढ़ाई की बात कहीं है।

बाजारों में चिंता

हड़ताल से प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में प्रदेश के सबसे बड़े थोक बाजारों में चिंता पसर गई है। सुबह से ही प्रमुख बाजारों से लेकर मंडियों तक में हड़ताल का असर नजर आने लगा। रविवार रात से ही चोइथराम मंडी में माल लेकर आने वाले ट्रकों की संख्या में कमी आ गई। इससे बाहर से आने वाली सब्जियों के साथ ही प्रदेश के अन्य शहरों के साथ ही अन्य राज्यों में भेजे जाने वाली सामग्री की सप्लाई चेन भी गड़बड़ा जाएगी। दोपहर होते-होते सियागंज और अन्य बाजारों में भी चिंता बढ़ने लगी है।

ट्रांसपोर्टरों ने भी बुलाई बैठक

ड्राइवरों की हड़ताल को देखते हुए इंदौर ट्रक ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन द्वारा भी 2 जनवरी को बैठक बुलाई गई है। एसोसिएशन के अध्यक्ष चंपालाल मुकाती का कहना है कि हड़ताल के कारण ड्राइवरों ने गाड़िया खड़ी कर दी हैं, इसलिए मंगलवार को होने वाली बैठक में एसोसिएशन भी हड़ताल का समर्थन कर सकता है।

मंडियों में भी माल की आवक प्रभावित

व्यापारियों के अनुसार हड़ताल के कारण माल लेकर आ रहे कई ट्रकों को शहर और प्रदेश के बाहर सीमाओं पर रोक दिया गया है। हड़ताल की वजह से ईंधन की किल्लत की आशंका को देखते हुए कई ट्रक आपरेटरों ने पहले ही अपने फेरे रोक दिए थे। इंदौर से ट्रांसपोर्टरों ने माल के लदान से इन्कार कर दिया है।

यहां से बड़ी मात्रा में प्याज, अनाज, आलू, लहसुन और अन्य माल बाहर भेजा जाना था जो अटक गया है। इसी बीच शहर के बाजारों में बाहर से आने वाले माल की किल्लत हो सकती है। नारियल, शकर, खोपरा के साथ ही आने वाले मकर संक्रांति के त्योहार के लिए गुड़ भी उप्र, करोली और महाराष्ट्र से इंदौर में पहुंचता है।

आज भी बंद रह सकती हैं बसें और ट्रक

प्राइम रूट बस आनर्स एसोसिएशन के महासचिव सुशील अरोरा का कहना है कि अब तक ड्राइवरों को कोई आश्वासन नहीं मिला है। सभी ड्राइवर बसें चलाने से इंकार कर रहे है। ऐसे में 2 जनवरी को भी बसों का संचालन प्रभावित रह सकता है। ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन का मानना है कि ट्रकों का संचालन भी प्रभावित रह सकता है। एसोसिएशन आफ पार्सल एंड फिट आनर्स ने हड़ताल को देखते हुए 2 जनवरी से बुकिंग बद कर दी है।

नहीं मिले आवागमन के साधन

हड़ताल की वजह से एआसीटीएसएल द्वारा संचालित बसें भी नहीं चलीं। सुबह दो बसें भोपाल के लिए रवाना हुई थीं, लेकिन देवास बायपास सहित कई जगह रास्ता जाम की सूचना पर रास्ते से ही उन्हें वापस बुला लिया गया। इसके साथ ही ड्राइवरों की हड़ताल के कारण 600 बसें परिसरों में ही खड़ी हैं। शहर में संचालित होने वाली सिटी बसें, आई बसों आटो व ई-रिक्शा नहीं चलने से लोगों को परेशानी हुई। एआइसीटीएसएल की पीआरओ माला ठाकुर ने बताया कि ड्राइवरों की हड़ताल के चलते सावधानी के कारण बसों का संचालन नहीं किया जा रहा है। शाम को भोपाल के लिए बसें चालाई गई है।

पेट्रोल पंपों पर किल्लत

पेट्रोल पंप एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र वासू का कहना है कि टैंकरों की हड़ताल से कई पंपों पर ईंधन खत्म हो गया है। पेट्रोल-डीजल टैंकरों के वाहन चालकों द्वारा भी अपने वाहन नहीं चलाने की वजह से सुबह के कुछ घंटों बाद ही पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल डीजल की किल्लत शुरू हो गई।

अलग-अलग मार्गो से प्रदर्शन करने वालों को हटाया

अपर कलेक्टर रोशन राय के मुताबिक सोमवार दोपहर तक खुड़ैल, गंगवाल बस स्टैंड, घाटा बिल्लौद, देपालपुर, बिचौली हप्सी, मांगलिया, महू सहित शहर के बाहरी हिस्सों पर प्रदर्शन कर जाम करने वालों को पुलिस व प्रशासन ने समझाइश देकर मार्ग चालू करवाया। इंदौर-उज्जैन मार्ग पर भी विरोध प्रदर्शन के कारण जाम लगा।

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