भागदौड़ भरी इस जिंदगी में जैसे-जैसे लोगों का तनाव बढ़ रहा है, पूरे विश्व में ही आत्महत्या के मामलों में भी बढ़ोतरी रही है। ऐसे में आत्महत्या जैसे घातक कदम को रोकने के लिए दुनियाभर में कई संगठन काम कर रहे हैं। हर साल 10 सितंबर को World Suicide Prevention Day मनाया जाता है। विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस पर आत्महत्या को रोकने और उसके प्रति जागरूकता फैलाने के लिए कई कार्यक्रम चलाए जाते हैं।
मानसिक स्वास्थ्य समस्या है आत्महत्या
आत्महत्या एक मानसिक स्वास्थ्य समस्या है, जिसमे मनोविकार की स्थिति चरम स्तर तक पहुंच जाती है और इस दौरान व्यक्ति अपने जीवन को खत्म करने की कोशिश करता है। World Suicide Prevention Day पर आत्महत्या होने के लक्षणों की पहचान, बचाव और सहयोग आदि को बढ़ाने के लिए दुनियाभर में कई कार्यक्रम आयोजित होते हैं।
जानें क्या है इस साल की थीम
World Suicide Prevention Day कार्यक्रम के लिए इस साल “क्रिएटिंग होप थ्रू एक्शन” थीम घोषित की है, जिसमें किसी कार्रवाई के माध्यम से आशा पैदा करना और आत्महत्या के विचार को टालने पर चर्चा होगी। साथ ही समाज में आत्महत्या के प्रभावों पर भी चर्चा होगी। आत्महत्या के समाज और परिवार को क्या प्रभाव होता है और उन्हें किस तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इस पर भी विचार किया जाएगा।
गौरतलब है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization, WHO) ने आत्महत्या को रोकने के लिए गैर सरकारी संगठन और सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर World Suicide Prevention Day मनाने की पहल थी थी और साल 2004 में सबसे पहले World Suicide Prevention Plan की शुरुआत हुई। इसके बाद हर साल 10 सितंबर को विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस मनाया जाता है।
दक्षिण कोरिया में सबसे ज्यादा आत्महत्या
आपको जानकर हैरानी होगी कि दुनिया में दक्षिण कोरिया एक ऐसा देश है, जहां लोग सबसे ज्यादा आत्महत्या करते हैं। दक्षिण कोरिया में आत्महत्या करने वालों में महिलाओं की संख्या सबसे अधिक है।
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