राष्ट्र चंडिका न्यूज़ – वर्ष 2020-21 में कोरोना ने देश में जमकर कोहराम मचाया. लाखों लोग वायरस से संक्रमित हुए. हजारों लोगों की जान चली गई. कोविड अभी भी हवा में मौजूद है.
यह लगातार म्यूटेट हो रहा है. साइंटिस्ट, डॉक्टर यहां तक कि आमजन के मन में अभी भी ये सवाल बना हुआ है कि कहीं म्यूटेट कर वायरस घातक तो नहीं हो जााएगा. अब डब्ल्यूएचओ ने इसी को लेकर काफी हद तक स्थिति स्पष्ट की है. बताया है कि कोरोना आने वाले समय कोहराम मचाएगा या शांति से विदा ले लेगा. लेकिन इससे पहले ये जान लेते हैं कि अभी तक दुनियाभर में कोरोना ने कितनी जानों को लील लिया है.
दुनिया भर में हुई 70 लाख मौतेंको-रोना ने कितनी बुरी तरह कहर बरपाया है. कितने लोगों की जान दुनिया भर में ले ली है. इसको लेकर डब्ल्यूएचओ ने आंकड़ें सामने रखे हैं. डब्ल्यएचओ के अनुसार, कोविड-19 से दुनिया भर में अभी तक 70 लाख से अधिक मौतें हो चुकी हैं. यह आंकड़ा बेहद भयावह है. हालांकि आने वाले दिनों में राहत मिलने की उम्मीद है.
मौसमी फ्लू की तरह रह जाएगा कोरोना-डब्ल्यूएचओ ने कोरोना के खतरनाक होने को लेकर स्थिति स्पष्ट की है. डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि कोरोना इस साल हेल्थ इमरजेंसी नहीं रह जाएगा. धीरे धीरे यह केवल मौसमी फ्लू की तरह रह जाएगा. डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस अदनोम घेबरेसस ने कहा कि मुझे विश्वास है कि इस वर्ष यह कह सकेंगे कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोविड-19 हेल्थ इमरजेंसी के रूप में खत्म हो सकता है. यह एक मौसमी इन्फ्लुएंजा की तरह रहेगा. हालांकि इससे हमेशा सतर्क रहने की जरूरत रहेगी.
76 नमूनों में नए तरह का कोरोना-भारत में कोरोना म्यूटेशन की लगातार जांच की जा रही है. देश कोविड-19 के 76 नमूनों में वायरस का नया प्रकार एक्सबीबी1.16 पाया गया है. संभावना जताई जा रही है कि इसी वजह से कोरोना के आंकड़ों में बढ़ोत्तरी हो सकती है. कर्नाटक में 30, महाराष्ट्र में 29, पुडुचेरी में 7, दिल्ली में 5, तेलंगाना में 2, गुजरात में एक, हिमाचल प्रदेश में एक और महाराष्ट्र में एक नमूना इसी वायरस का मिला है.