IND W vs AUS: टी20 विश्व कप का पिछला फाइनल 2020 में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया था, लेकिन इस बार ये दोनों टीमें सेमीफाइनल में टकराने जा रही हैं। भारत की बेटियों को लगातार दूसरे टी20 विश्व कप के फाइनल में पहुंचने के लिए गुरुवार को लगातार 22 मैचों से अपराजेय ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ करिश्माई प्रदर्शन करना होगा।
ऑस्ट्रेलिया का टी20 विश्व कप में किस कदर दबदबा रहा है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है इस टीम ने अब तक हुए सात टी20 विश्व कप में से छह में फाइनल में प्रवेश किया है और पांच बार विजेता बना है। भारतीय टीम सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराकर 2020 टी20 विश्व कप के फाइनल में और कॉमनवेल्थ गेम्स के फाइनल में मिली हार का बदला लेना चाहेगी।
हरमनप्रीत, शेफाली को बनाने होंगे रन
हरमनप्रीत कौर की टीम ने ग्रुप बी में चार मैच खेले, जिसमें उसने तीन में जीत हासिल की और इंग्लैंड के खिलाफ उसे 11 रन से हार मिली। भारत ग्रुप में दूसरे स्थान पर रहकर अंतिम चार में पहुंचा। भारतीय टीम का टूर्नामेंट में अब तक का प्रदर्शन विजेताओं सरीखा नहीं रहा है। खासतौर पर शेफाली वर्मा और कप्तान हरमनप्रीत कौर अब तक टूर्नामेंट में अपने श्रेष्ठ प्रदर्शन के आसपास भी नहीं पहुंची हैं। हरमनप्रीत ने ग्रुप मैचों में 13, 4, 33 और 16 रन की पारियां खेली हैं। वहीं शेफाली ने 24, 8, 28, 33 के स्कोर बनाए हैं। शेफाली की दिक्कत यह रही है कि छोर बदलने में भी सुस्त रही हैं।
गलतियों को दूर कर एकजुट होकर करना होगा प्रदर्शन
खुद कप्तान हरमनप्रीत कौर ने स्वीकार किया कि ग्रुप मैचों में बल्लेबाजों ने गेंदें ज्यादा बर्बाद की हैं। ऑस्ट्रेलिया एक ऐसी टीम है जिनके पास कप्तान मेग लैनिंग, एलीसा हीली, एलिस पेरी, एश्ले गार्डनर और बेथ मूनी जैसी क्रिकेटर हैंं, जो किसी भी छोटी सी गलती का फायदा उठाकर पलटवार करने में सक्षम हैं। भारतीय टीम के सामने सिर्फ एक समस्या रहती तो ठीक था, उसे कई क्षेत्रों में सुधार की गुंजाइश है। इन सभी से उबरकर ही ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत के बारे में सोचा जा सकता है।
एक साल में भारत ने ही ऑस्ट्रेलिया को हराया है
भारतीय टीम के पास सकारात्मक पक्ष यह है कि मार्च, 2021 के बाद से ऑस्ट्रेलिया ने क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में सिर्फ दो मैच हारे हैं। इन दोनों ही मुकाबलों में भारत ने उसे धूल चटाई है। 2020 के टी20 विश्व कप के ग्रुप दौर में भी भारत ने ऑस्ट्रेलिया को हराया था। टी20 विश्व कप में भी दोनों टीमें पांच बार भिड़ी हैं, जिसमें दो बार भारत जीता है।
मंधाना का फॉर्म में होना सकारात्मक पक्ष
दूसरा सकारात्मक पक्ष स्मृति मंधाना का वापस फॉर्म में लौटना है। उन्होंने आयरलैंड के खिलाफ 56 गेंद में 87 रन की अपने टी20 करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी खेली, जिसमें उन्होंने नौ चौके और तीन छक्के लगाए। मंधाना ने जब भी भारत को अच्छी शुरुआत दी भारत ने बड़ा स्कोर बनाया है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बेटियों को सेमीफाइनल में जीतना है तो स्मृति मंधाना को एक बार आगे आकर बड़ी पारी खेलनी होगी। साथ ही ऋचा घोष को एक बार फिर पाकिस्तान के खिलाफ खेली गई पारी को दोहराना होगा।
स्मृति मंधाना
गेंदबाजी में रेणुका ने ही किया है प्रभावित
गेंदबाजी में रेणुका सिंह ही एकमात्र ऐसी गेंदबाज हैं जिन्होंने अब तक टूूर्नामेंट में प्रभाव छोड़ा है। उन्होंने कुल सात विकेट लिए हैं, जिसमें 15 रन देकर पांच विकेट तो इंग्लैंड के खिलाफ थे। पूजा वस्त्राकर, राधा यादव और राजेश्वरी गायकवाड़ को अलग हटकर प्रदर्शन करना होगा। वहीं दीप्ति शर्मा को एक बार फिर अहम भूमिका निभानी होगी। वहीं ऑस्ट्रेलिया ने दिसंबर, 2022 में खेली गई पांच मैचों की टी20 सीरीज में भारत को 4-1 से हराया है।
दोनों टीमों की संभावित प्लेइंग-11
भारत: शेफाली वर्मा, स्मृति मंधाना, जेमिमा रॉड्रिग्स, हरमनप्रीत कौर (कप्तान), ऋचा घोष (विकेटकीपर), दीप्ति शर्मा, पूजा वस्त्राकर, शिखा पांडे, राधा यादव, राजेश्वरी गायकवाड़, रेणुका सिंह।
ऑस्ट्रेलिया: एलिसा हीली (विकेटकीपर), बेथ मूनी, मेग लैनिंग (कप्तान), एलिस पेरी, एश्ले गार्डनर, ताहलिा मैकग्रा, ग्रेस हैरिस, जॉर्जिया वेयरहम, अलाना किंग, मेगन शुट्ट, डार्सी ब्राउन।
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