लंदन । हाल ही में न्यूजीलैंड में वैज्ञानिकों को 5 करोड़ साल पुराने पेंगुइन्स के जीवाश्म मिले हैं। हैरानी की बात यह है कि यह दुनिया के सबसे बड़े पेंगुइन का जीवश्म है जिसके कद और वजन को जानकर वैज्ञानिक भी हैरान हो गए हैं। कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स की एक टीम ने साल 2016-2017 में न्यूजीलैंड के साउथ आइलैंड स्थित नॉर्थ ओटागो के बीच पर विशाल पत्थरों पर रिसर्च की थी। ये पत्थर भी 5।9 करोड़ से लेकर 5.5 करोड़ साल पुराने हैं।
इन्हीं में से टीम को पेंगुइन के जीवाश्म प्राप्त हुए हैं। तुलना के लिए आपको बता दें कि आज के समय में दुनिया की सबसे बड़ी पेंगुइन्स, एंपरर पेंगुइन्स होती हैं जिनका वजन 22 से 45 किलो होता है और अधिकतम कद 4 फीट तक हो सकता है। पर वैज्ञानिकों ने अंदाजा लगाया है कि जिस पेंगुइन के जीवाश्म मिले हैं, उसका कद 6।6 फीट तक लंबा रहा होगा और उसकी हड्डियों की घनत्वता से अंदाजा लगाया गया कि उसका वजन 150 किलो से भी ज्यादा होगा। वैज्ञानिकों ने इसका नाम कुमिमानू फोर्डिसी रखा है। यूनिवर्सिटी ऑफ ओटागो के प्रो डॉ आर इवान फोर्डिसी के सम्मान में पेंगुइन के फॉसिल को यह नाम दिया गया है।
यूनिवर्सिटी ऑफ कैंब्रिज की रिपोर्ट के अनुसार वैज्ञानिकों को दो अलग तरह की पेंगुइन्स के जीवाश्म मिले हैं। दूसरी प्रजाति का नाम पेट्राडाइप्स स्टोनहाउस रखा गया है जिसके वजन का अंदाजा 50 किलो ही लगाया गया है। इस विशाल पेंगुइन से कम वजन की है, मगर आज की एंपरर पेंगुइन से साइज में ज्यादा बड़ी रही होगी। इतने बड़े जीव का पता चलने पर ये सवाल फिर खड़ा होता है कि आखिर करोड़ों साल पहले जीव इतने बड़े कैसे हुआ करते थे? वैज्ञानिकों का अंदाजा है कि उस वक्त पर्यावरण में ऑक्सीजन की मात्रा ज्यादा थी, इस वजह से जानवरों का साइज भी बड़ा होता गया।
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