बेंगलुरू । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा एयरो इंडिया- 2023 देश की विनिर्माण क्षमता और प्रधानमंत्री मोदी द्वारा परिकल्पित आत्मनिर्भर भारत को साकार करने की दिशा में हुई प्रगति का उल्लेख करेगा। उन्होंने कहा यह आयोजन एयरोस्पेस और विमानन क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगा। राजनाथ सिंह ने कहा कि एयरो इंडिया भारत में एयरोस्पेस क्षेत्र के विस्तृत विकास में एक उत्प्रेरक के रूप में कार्य करेगा और रक्षा निर्माण में देश के आत्मनिर्भर बनने के लक्ष्य को साकार करने में मदद करेगा। रक्षा मंत्री ने कहा मुझे विश्वास है कि बेंगलुरु एयरोस्पेस क्षेत्र के लिए एक वैश्विक केंद्र के रूप में उभरेगा। हमारा उद्देश्य एक जीवंत रक्षा विनिर्माण पारिस्थितिकी तंत्र बनाना है।
डिफेंस एक ऐसा क्षेत्र है जिसकी मार्केट को सबसे कॉम्प्लीकेटेड माना जाता है। लेकिन भारत ने अपने डिफेंस सेक्टर का कायाकल्प कर दिया है। हमारा लक्ष्य है डिफेंस इक्विपमेंट के एक्सपोर्ट को हम 2025 तक 1।5 बिलियन डॉलर से बढ़ाकर 5 बिलियन डॉलर तक ले जाएंगे।
कार्यक्रम में यूएवी सेक्टर की ग्रोथ, भविष्य की शानदार टेक्नोलॉजी पर भी खास जोर दिया जाएगा। एलसीए तेजस, डोर्नियर लाइट यूटिलिटी हैलीकाप्टर और एडवांस्ड लाइट हैलीकाप्टर को भी प्रमोट किया जाएगा। 09 रक्षा की कंपनियां इस कार्यक्रम में शिरकत कर रही हैं। 32 देशों के रक्षा मंत्री भी एयरो शो में शामिल हो रहे हैं।
भारत में संयुक्त राज्य अमेरिका के राजदूत एलिजाबेथ जोन्स एयर शो में अब तक के सबसे बड़े अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगी। उन्होंने कहा कि भारत अपनी रक्षा क्षमताओं का आधुनिकीकरण कर रहा है, निश्चित रूप से हम भारत के पसंदीदा भागीदार बनना चाहते हैं। हम पारस्परिक रूप से लाभकारी सह-उत्पादन और सह-विकास साझेदारी पर तेजी से ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
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