ब्रेकिंग
भीमगढ़ बांध के गेट आज दोपहर खुलेंगे, वैनगंगा नदी का जलस्तर बढ़ने की संभावना सोती रही बिहार पुलिस, 5 लोगों को जिंदा जलाकर मारा…भनक तक नहीं लगी; पूर्णिया कांड से खाकी पर उठे सवाल सिवनी में भारी बारिश के चलते कल सभी स्कूल बंद रहेंगे सिवनी में भारी बारिश का कहर: वैनगंगा और सागर नदियां उफान पर, कई मार्ग अवरुद्ध लॉटरी के 'खेल' में फंसीं दो बहनें, शर्मिंदगी के चलते जहर खाया; एक की मौत, दूसरी का इलाज जारी यूपी-नोएडावालों के लिए आई बड़ी खुशखबरी, जेवर एयरपोर्ट से पहली उड़ान की तारीख फाइनल! खालिस्तानी आतंकी हैप्पी पासिया पंजाब में 14 आतंकी हमलों का जिम्मेदार, अब अमेरिका से लाने की तैयारी त... जन सुराज में शामिल हुए मशहूर यूट्यूबर मनीष कश्यप, प्रशांत किशोर की मौजूदगी में थामा पार्टी का दामन एक सांसद अपने संसदीय क्षेत्र के लिए क्या-क्या कर सकता है? मंडी को ऐसे राहत पहुंचा सकती हैं कंगना रनौ... हिंदी VS मराठी मुद्दा बिहार चुनाव के लिए है… रोहित पवार का BJP पर आरोप
देश

गृह सचिव की एडवाइजरी पर बोलीं महबूबा, डर के साए में जी रहे घाटी के लोग

पीडीपी प्रमुख और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने गृह मंत्रालय की ओर से जारी एडवाइजरी पर प्रेस वार्ता की। इस दौरान उन्होंने कहा कि गृह सचिव की एडवाइजरी से जम्मू-कश्मीर के लोग घबराए हुए हैं। घाटी के हालात खराब हैं। मुफ्ती ने केंद्र सरकार से सवाल करते हुए कहा, “सरकार को कश्मीरियों की चिंता नहीं है क्या? जम्मू और लद्दाख के लोगों का क्या होगा?”
PunjabKesari
महबूबा ने आगे कहा कि नरेंद्र मोदी बड़ा जनमत लेकर आए हैं, उनसे जम्मू-कश्मीर के समाधान की उम्मीदें हैं। उनह्ने कहा कि ये कोई क्षेत्रीय लड़ाई नहीं है बल्कि अस्मिता की लड़ाई है। जम्मू-कश्मीर के लोगों ने लोकतांत्रिक हिंदुस्तान पर भरोसा किया है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि 30 साल से जम्मू-कश्मीर के लोगों ने कुर्बानी दी। कश्मीरियों की अस्मिता पर वार करना ठीक नहीं। उन्होंने कहा कि इस्लाम में हाथ जोड़ना मंजूर नहीं, लेकिन फिर भी मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए हाथ जोड़ रही हूं। प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के बाद महबूबा मुफ्ती एनसी प्रमुख फारुख अबदुल्ला के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात की।बता दें कि गृह विभाग के प्रधान सचिव शालीन काबरा द्वारा जारी आदेश में यहां कहा गया है, ‘‘आतंकवादी खतरों खासतौर से अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाए जाने की ताजा खुफिया सूचनाओं और कश्मीर घाटी में मौजूदा सुरक्षा स्थिति को देखते हुए पर्यटकों तथा अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा के हित में यह परामर्श दिया जाता है कि वे फौरन घाटी में रुकने की योजना स्थगित कर दें और जल्द से जल्द लौटने के आवश्यक कदम उठाए।”

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button