ब्रेकिंग
भीमगढ़ बांध के गेट आज दोपहर खुलेंगे, वैनगंगा नदी का जलस्तर बढ़ने की संभावना सोती रही बिहार पुलिस, 5 लोगों को जिंदा जलाकर मारा…भनक तक नहीं लगी; पूर्णिया कांड से खाकी पर उठे सवाल सिवनी में भारी बारिश के चलते कल सभी स्कूल बंद रहेंगे सिवनी में भारी बारिश का कहर: वैनगंगा और सागर नदियां उफान पर, कई मार्ग अवरुद्ध लॉटरी के 'खेल' में फंसीं दो बहनें, शर्मिंदगी के चलते जहर खाया; एक की मौत, दूसरी का इलाज जारी यूपी-नोएडावालों के लिए आई बड़ी खुशखबरी, जेवर एयरपोर्ट से पहली उड़ान की तारीख फाइनल! खालिस्तानी आतंकी हैप्पी पासिया पंजाब में 14 आतंकी हमलों का जिम्मेदार, अब अमेरिका से लाने की तैयारी त... जन सुराज में शामिल हुए मशहूर यूट्यूबर मनीष कश्यप, प्रशांत किशोर की मौजूदगी में थामा पार्टी का दामन एक सांसद अपने संसदीय क्षेत्र के लिए क्या-क्या कर सकता है? मंडी को ऐसे राहत पहुंचा सकती हैं कंगना रनौ... हिंदी VS मराठी मुद्दा बिहार चुनाव के लिए है… रोहित पवार का BJP पर आरोप
देश

बंगाल में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल का आज 7वां दिन, सुप्रीम कोर्ट पहुंचा मामला

नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों की हड़ताल अब विराट रूप धारन करती जा रही है। पहले बंगाल और अब देश के कई हिस्सों में डॉक्टरों की हड़ताल देखने को मिल रही है। पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों से मारपीट का मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। सुप्रीम कोर्ट में सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की सुरक्षा से जुड़ी याचिका पर कल सुनवाई करेगा। पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों के प्रदर्शन के बाद शुक्रवार को यह याचिका दायर की गई थी। पिछले सोमवार रात एक मरीज की मौत के बाद उसके परिवार वालों ने डॉक्टरों पर हमला कर दिया था, जिसके बाद से डॉक्टरों का यह प्रदर्शन जारी है।

सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में केंद्रीय गृह मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय और पश्चिम बंगाल सरकार को डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए देश भर के सभी सरकारी अस्पतालों में सरकारी सुरक्षाकर्मियों की तैनाती का निर्देश देने की मांग भी की गई है। याचिका में कहा गया कि प्रदर्शन के कारण देशभर में स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं और डॉक्टरों की अनुपस्थिति से कई मरीजों की जान जा रही है। बता दें कि बंगाल में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल का आज 7वां दिन है। वहीं, डॉक्टरों पर हमले के विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) आज देशभर में हड़ताल पर है।

आईएमए की मांग है कि हिंसा के दोषियों के लिये कड़े दंड के प्रावधान को केंद्रीय कानून में शामिल किया जाना चाहिए और आईपीसी और सीआरपीसी में उपयुक्त संशोधन होना चाहिए। डॉक्टर्स देश के अलग-अलग हिस्सों में प्रदर्शन और अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी कर रहे हैं। डॉक्टर्स ने आज दिल्ली के एम्स में, झारखंड की राजधानी रांची के रिम्स में, ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर के एम्स में, उत्तर प्रदेश के वाराणसी और लखनऊ समेत कई जगहों पर विरोध मार्च निकाला है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button