12 दिन पूर्व जारी हुआ था पांचवी-आठवीं बोर्ड परीक्षा परिणाम, अब तक जारी नहीं हुए पुनर्गणना के आदेश

इंदौर। राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा मार्च माह में आयोजित की गई पांचवीं-आठवीं बोर्ड परीक्षा के परिणाम 22 अप्रैल को जारी हो चुके है। इस पांचवीं और आठवीं की परीक्षा में सात हजार से अधिक परीक्षार्थियों को या तो पूरक आई है या फिर वे फेल हो गए।

इनमें कई परीक्षार्थी ऐसे हैं, जो एक-दो अंक से फेल हुए हैं। ऐसे परीक्षार्थियों के लिए हर साल परिणाम के बाद पुनर्गणना और उत्तर पुस्तिका की छायाप्रति बुलवाने के लिए आवेदन बुलवाएं जाते है। लेकिन इस बार परिणाम जारी हुए 12 दिन से अधिक हो चुके हैं। लेकिन अभी तक राज्य शिक्षा केंद्र ने इस संबंध में किसी तरह का आदेश जारी नहीं किया है। जबकि माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा बोर्ड परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद ही पुनर्गणना और उत्तर पुस्तिका की छायाप्रति के लिए ऑनलाइन आवेदन लेना शुरू कर दिया है।

पांचवीं-आठवीं की बोर्ड परीक्षा में इस बार 99 हजार 994 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। 22 अप्रैल को जारी हुए परिणाम में सात हजार 500 से अधिक परीक्षार्थियों को पूरक और फेल हो गए। इन परीक्षार्थियों के लिए राज्य शिक्षा केंद्र अब तीन से आठ जून तक दोबारा परीक्षा आयोजित करा रहा है। लेकिन परिणाम के बाद शुरू होने वाले पुनर्गणना और उत्तर पुस्तिका की छायाप्रति के लिए किसी तरह का आदेश नहीं हुआ है। जबकि गत वर्ष केंद्र ने पुनर्गणना के लिए आवेदन बुलाएं थे, जिससे फेल हुए हजारों की संख्या में परीक्षार्थी पास हो गए थे। ऐसे में समय रहते पुनर्गणना नहीं होती है, तो परीक्षार्थियों को तीन जून से शुरू हो रही परीक्षा में दोबारा शामिल होना पड़ेगा।

इधर पालक विषयवार उत्तर पुस्तिका की पुनर्गणना के लिए बीआरसी और डीपीसी कार्यालय के चक्कर लगा रहे है, लेकिन यहां अफसर संतोषजनक जवाब नहीं दे पा रहे है। जिला परियोजना समन्वयक शांता स्वामी भार्गव ने बताया कि पांचवीं और आठवीं में पुनर्गणना के आवेदन के लिए अभी तक तारीख नहीं आई है।

 

एक दिन बाद ही पुनर्गणना के आवेदन लेना शुरू

इधर माध्यमिक शिक्षा मंडल की बोर्ड परीक्षा हाईस्कूल और हायर सेकंडरी के परीक्षा परिणाम 24 अप्रैल को जारी होने के बाद 25 अप्रैल से पुनर्गणना और उत्तर पुस्तिका की छायाप्रति प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन आवेदन शुरू कर दिए थे। नौ मई तक परीक्षार्थी आवेदन कर सकेंगे। ताकि समय रहते परीक्षार्थियों की अंकसूची में सुधार हो सके।

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