दिल्ली-एनसीआर के स्कूलों को बुधवार को धमकी भरे ईमेल मिले थे. इसमें स्कूलों में बम रखे होने की बात कही गई थी. मामले की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है. पता चला है कि इससे पहले भी एक स्कूल में धमकी भरे ईमेल आए थे, इसका रूस कनेक्शन था. इस बात की पुष्टि खुद दिल्ली पुलिस की जांच रिपोर्ट से हो चुकी है.
दरअसल, 28 नवंबर 2022 और 12 अप्रैल 2023 को सादिक नगर में इंडियन स्कूल को ईमेल के जरिये धमकी मिली थी. मगर, जांच अभीतक बेनतीजा रही. इंटरपोल की जांच में रूसी कनेक्शन सामने आया था. ये धमकी jhonmaddison77@rambler.ru मेल ID से मिली थी. यानी कि इस बार मिली धमकी का पैटर्न 2023 में मिली धमकी से मेल खाता है.
ईमेल आई का आईपी एड्रेस ऑस्ट्रिया में लोकेट हुआ था
उस वक्त 25 मई 2023 में मास्को एनसीबी की तरफ से जवाब दिया गया था कि धमकी के लिए जिस ईमेल आई का इस्तेमाल हुआ, उसका आईपी एड्रेस ऑस्ट्रिया में लोकेट हुआ है. इसके अलावा 28 नवंबर 2022 को इसी इंडियन स्कूल को मिले धमकी भरे ईमेल की जांच में खुलासा हुआ था कि जिस ईमेल आई johnfoster@tutanota.com से धमकी मिली, उसका आईईएमआई और एंड्रायड आईडी दोनों जर्मनी के थे.
उस दौरान इंटरपोल के जरिये जर्मनी से मिले जवाब में बताया गया था कि आईईएमआई और एंड्रायड आईडी का कोई रिकॉर्ड उनके पास मौजूद नहीं है. इस बार दिल्ली-एनसीआर के करीब 100 स्कूलों में बम रखे होने की ईमेल पर धमकी मिली. दिल्ली पुलिस ने कहा है कि बुधवार को स्कूलों में बम होने की धमकी से संबिधित 143 कॉल मिलीं.
चीन-पाकिस्तान की साजिश का शक
इस मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आईपीसी की धारा-120बी और 506 के तहत एफआईआर दर्ज की है. सूत्रों का कहना है कि अभी और धाराएं जोड़ी जा सकती हैं. अभी तक की जांच में जांच एजेंसियों को शक है कि ये पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और चाइना की खुफिया एजेंसी की मिली-जुली साजिश हो सकती है.
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