बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह बरेली सेंट्रल जेल रिहा हो गए हैं. रिहा होते ही साढ़े आठ बजे वो दर्जनों गाड़ियों के काफिले के साथ बरेली सेंट्रल जेल से जौनपुर के लिए रवाना हो गए. सुबह से ही उनके समर्थक जेल के बाहर आ पहुंचे थे. धनंजय के समर्थक बेसब्री से उनकी रिहाई का इंतजार कर रहे थे. जैसे ही पता चला कि धनंजय रिहा हो गए हैं, तो सभी खुशी से झूम उठे.
बता दें, नमामि गंगे परियोजना का काम करने वाली फर्म के प्रोजेक्ट मैनेजर अभिनव सिंघल का अपहरण और रंगदारी मांगने के आरोप में सात साल की सजा काट रहे पूर्व सांसद धनंजय सिंह को तीन दिन पहले हाईकोर्ट से जमानत मिली थी. मंगलवार को उनके रिहाई का आदेश अपर सत्र न्यायाधीश एमपी/एमएलए कोर्ट जौनपुर ने जारी कर दिया. आदेश को जौनपुर जेल और जिला जेल से बरेली भेज दिया गया. इसके बाद आज यानि बुधवार को धनंजय रिहा हो गए हैं.
सजा के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का करेंगे रुख
बता दें कि धनंजय सिंह को इलाहाबाद हाई कोर्ट से फौरी तौर पर बड़ी राहत मिली है. 27 अप्रैल को हाईकोर्ट ने धनंजय सिंह को जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया था. हालांकि, जौनपुर एमपी एमएलए कोर्ट द्वारा सुनाए गए 7 साल की सजा पर हाईकोर्ट ने रोक लगाने से इनकार कर दिया. हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद धनंजय सिंह अब जेल की सलाखों से बाहर आ गए. लेकिन 7 साल की सजा के चलते धनंजय सिंह चुनावी मैदान में नहीं उतर पाएंगे. धनंजय सिंह के वकीलों ने कहा है कि हाईकोर्ट ने फिलहाल जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया है. लेकिन सजा पर रोक नहीं लगाई है, अब सजा के खिलाफ वह सुप्रीम कोर्ट में अपील दाखिल करेंगे.
हाईकोर्ट में धनंजय सिंह की तरफ से सजा पर रोक लगाने और जमानत पर रिहा करने की मांग को लेकर क्रिमिनल अपील दाखिल की गई थी. गुरुवार को धनंजय सिंह की अपील पर सुनवाई पूरी होने के बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट ने फैसले को सुरक्षित रख लिया था.
धनंजय सिंह कर सकेंगे पत्नी के लिए चुनाव प्रचार
जौनपुर सिविल कोर्ट के एक अधिवक्ता ने बताया कि बहस के दौरान पूर्व सांसद को बेल मिल गई है. लेकिन जो सजा जौनपुर कोर्ट से सुनाई गई थी उस पर अभी रोक नहीं लगाई गई है. इसलिए पूर्व सांसद धनंजय सिंह को अभी चुनाव लड़ने पर रोक लगी रहेगी. धनंजय सिंह बेशक चुनावी मैदान में जरूर नहीं उतर पाएंगे. लेकिन अपनी पत्नी के लिए जौनपुर में प्रचार करते हुए वह जरूर दिखेंगे. बताया जाता है कि जौनपुर में पूर्व सांसद का काफी दबदबा है.
बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहीं धनंजय की पत्नी
बता दें, धनंजय सिंह को जौनपुर एमपी एमएलए कोर्ट से सजा होने के बाद बीएसपी के टिकट पर उनकी पत्नि श्री कला रेड्डी चुनावी मैदान में हैं. अब हाईकोर्ट से धनंजय सिंह को जमानत मिली है तो वह जौनपुर में प्रचार करते हुऐ जरूर दिखाई देंगे. सीधे तौर पर कह सकतें हैं कि जौनपुर की लड़ाई बेहद रोचक हो चुकी है. बीजेपी ने जौनपुर से कृपा शंकर सिंह और सपा गठबन्धन से बाबू सिंह कुशवाहा उम्मीदवार हैं तो वहीं बीएसपी के टिकट पर धनंजय सिंह की पत्नी चुनाव लड़ रहीं हैं. अब धनंजय सिंह के जेल से बाहर आने के बाद जौनपुर में लड़ाई त्रिकोणी होती दिख रही है.
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