देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) देश के शेयर बाजार में इंवेस्ट करने वाली सबसे बड़ी संस्थागत निवेशक भी है. एलआईसी के पोर्टफोलियो में करीब 300 स्टॉक्स हैं. हाल में एलआईसी के पोर्टफोलियो में बदलाव आया है और उसने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) से लेकर केनरा बैंक जैसे पब्लिक सेक्टर के 16 स्टॉक्स में अपना निवेश घटाया है. आखिर इसकी वजह क्या है…
दरअसल एलआईसी ने कुल 80 स्टॉक्स में अपनी हिससेदारी को कम किया है. जनवरी-मार्च तिमाही के अंत तक शेयर बाजार में उसकी टोटल शेयर होल्डिंग करीब 14 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गई है. इसके बाद एलआईसी की शेयर होल्डिंग में बदलाव देखा गया है.
खूब हुई कमाई, फिर भी हिस्सेदारी घटाई
एलआईसी ने जिन 16 सरकारी कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी को कम किया है. इनमें से अधिकतर ने पिछले एक साल में उसे डबल डिजिट यानी 10 प्रतिशत से ज्यादा का रिटर्न दिया है. इसके बावजूद एलआईसी ने इन कंपनियों में अपना स्टेक कम किया है. हालांकि एलआईसी को अपने टोटल शेयर इंवेस्टमेंट से 2024 में कुल 1.6 लाख करोड़ रुपए की कमाई हुई है.
एलआईसी ने बीएचईएल (भेल), सेल, कोल इंडिया, ऑयल इंडिया, महानगर गैस, मैंगलोर ऑयल, एसबीआई, केनरा बैंक, हिंदुस्तान पेट्रोलियम, एनएमडीसी, एनएमडीसी स्टील, शिपिंग कॉरपोरेशन, इंडियन ऑयल, कंटेनर कॉरपोरेशन, ओएनजीसी और एनटीपीसी में चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) के दौरान अपनी हिस्सेदारी कम की है.
इधर घटाया, उधर बढ़ाया स्टेक
दरअसल एलआईसी ने इन कुछ स्टॉक्स में अपनी हिस्सेदारी कम करके कई दूसरी कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी को बढ़ाया है. एलआईसी के पोर्टफोलियो पर बाकी इंवेस्टर्स वैसे ही नजर रखते हैं जैसे लोग रेखा झुनझुनवाला या राधाकृष्ण दमानी के पोर्टफोलियो पर रखते हैं, क्योंकि इससे मार्केट के फ्यूचर का अंदाजा लगाना आसान होता है.
ईटी के मुताबिक एलआईसी ने कई सरकारी कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है. इनमें एनएलसी, इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड, बैंक ऑफ बड़ौदा, एनएचपीसी, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स, सतुलज जल विद्युत निगम, आईआरसीटीसी, पॉवर ग्रिड और रेल विकास निगम शामिल हैं.
इसके अलावा एलआईसी ने प्राइवेट सेक्टर की टाटा पावर, वेदांता, जेएसडब्ल्यू एनर्जी, वोल्टास, टाटा मोटर्स, एलएंडटी, नवीन फ्लूराइन, बाटा इंडिया, स्वान एनर्जी, इंफोसिस, नेस्ले, अपोलो टायर्स, एशियन पेंट्स, एलएंडटी माइंडट्री, पतंजलि फूड्स और कोटक महिंद्रा बैंक शामिल हैं.
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