पूर्वी दिल्ली के गाजीपुर लैंडफिल साइट पर रविवार को कूड़े में लगी आग मामले में दिल्ली पुलिस ने केस दर्ज किया है. आग की घटना का मामला अज्ञात व्यक्तियों पर दर्ज किया गया है. दिल्ली पुलिस आग लगने के कारणों की जांच में जुट गई है. आग किसने लगाई या कैसे लगी इसकी जांच की जाएगी. आग बुझाने का काम जारी है. फिलहाल आग पर अभी पूरी तरह काबू नहीं पाया जा सका है.
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, गाजीपुर थाने में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 336 (दूसरों के जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालना) और 278 (माहौल को स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बनाना) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. आग लगने से इलाके कम लोग काफी परेशान हैं. कूड़े के ढेर से उठता जहरीला धुआं सांस लेने में दिक्कत और आंखों में जलन कर रहा है.
‘जहरीले धुआं से घुट रहा दम’
रविवार को कूड़े के ढेर में भड़की आग को बुझाने के लिए कई फायर टेंडर लगे हुए हैं. रात में हुई बारिश ने भी आग बुझाने में मदद की. सोमवार सुबह काफी हद तक आग पर काबू पाया जा सका था. कूड़े के ढेर से उठते धुआं ने लोगों को सबसे ज्यादा प्रभावित किया है. पीटीआई के मुताबिक, कूड़े के ढेर के निकट घड़ोली गांव के रहने वाले राम कुमार ने बताया कि आग लगने के बाद से अब तक धुआं कम नहीं हुआ है. उनका कहना है की यह धुआं आम नहीं बल्कि बेहद जहरीला है. इससे जलन की वजह से हम अपनी आंखें नहीं खोल पा रहे हैं और सांस लेने में भी दिक्कत हो रही है.
बच्चे नहीं गए स्कूल
ग्रामीणों ने बताया कि कूड़े के ढेर से उठते धुआं के करण वह अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेज पा रहे हैं. वहीं, दूसरी ओर दिल्ली सरकार की शिक्षा मंत्री आतिशी ने कूड़े के ढेर में लगी आग पर काबू पा लेने का दावा किया है. इधर, भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली नगर निगम और दिल्ली की प्रदेश सरकार पर जनता को बेहतर जीवन दे पाने में विफल रहने का आरोप लगाया है. दिल्ली दमकल सेवा की माने तो कूड़े के पहाड़ में लगी आग का कारण उसमें उत्पन्न गैस हैं.
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