आदिवासी होने के कारण राष्ट्रपति को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में भाग लेने से रोका गया- राहुल गांधी

जगदलपुर: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को पीएम मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर हमला बोला और कहा कि भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने से रोका गया क्योंकि वह एक आदिवासी हैं और यह भाजपा की सोच को दर्शाता है। छत्तीसगढ़ के बस्तर जिला मुख्यालय जगदलपुर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव को दो विचारधाराओं-संविधान की रक्षा करने वाले और इसे नष्ट करने वालों- के बीच की लड़ाई बताया। यह चुनावी रैली अनुसूचित जनजाति(आरक्षित) बस्तर लोकसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार कवासी लखमा के समर्थन में आयोजित की गई थी।

राहुल गांधी ने कहा, ”मोदी आदिवासी शब्द को बदलने की कोशिश कर रहे हैं। हम आपको ‘आदिवासी’ कहते हैं लेकिन वे ‘वनवासी’ शब्द का इस्तेमाल करते हैं। वनवासी और आदिवासी शब्दों में बहुत बड़ा अंतर है…आदिवासी शब्द का गहरा अर्थ है। यह शब्द जल, जंगल, जमीन पर आपके अधिकार को व्यक्त करता है। वनवासी का मतलब है जो जंगल में रहते हैं।”

राहुल गांधी ने आगे कहा,‘‘ भाजपा और आरएसएस आदिवासियों के धर्म, विचारधारा और इतिहास पर हमला करते रहे हैं। भाजपा आपकी जमीनें अरबपतियों को दे रही है।” उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर कहा, ”भारत की राष्ट्रपति को अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भाग लेने से रोका गया क्योंकि वह एक आदिवासी हैं। मोदी जी ने देश को यह संदेश दिया और यही उनकी सोच है।”

कांग्रेस के चुनावी वादे पर प्रकाश डालते हुए गांधी ने कहा, ”हम सत्ता में आते ही जाति जनगणना कराएंगे, यदि हम सत्ता में आए तो हम 30 लाख रिक्त सरकारी पदों पर भर्ती करेंगे, युवाओं के लिए प्रशिक्षण शुरू करेंगे तथा गरीब महिलाओं को प्रतिमाह 8500 रुपए देंगे।”

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.