अचानक मिठाई की दुकान पर पहुंचे राहुल गांधी, खरीदा 1 किलो गुलाब जामुन

देश में लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद से ही सभी पार्टियां चुनाव के लिए ताबड़तोड़ रैलियों में व्यस्त है, इसी बीच कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी शुक्रवार को लोकसभा चुनाव के चलते तमिलनाडु में एक रैली को संबोधित करने पहुंचे. जहां वो रैली से समय निकालते हुए शुक्रवार रात अचानक सिंगनल्लूर में एक मिठाई की दुकान पर पहुंचे.

राहुल गांधी तमिलनाडु के कोयंबटूर में मिठाई की दुकान पर करीब 25-30 मिनट तक रहे. वहां से उन्होंने एक किलो मिठाई खरीदी. दुकान मालिक ने बात करते हुए बताया कि राहुल गांधी को गुलाब जामुन काफी पसंद है.

दुकानदार ने क्या कहा

मिठाई की दुकान के मालिक बाबू कांग्रेस नेता राहुल गांधी के अचानक दुकान पर पहुंचने से हैरान हो गए. दुकान के मालिक बाबू ने राहुल गांधी के अचानक दुकान पहुंचने पर कहा कि जब राहुल गांधी आए तो हमें हैरान हो गए. वो शायद एक रैली के लिए कोयंबटूर आए थे. दुकानदार ने आगे बताया कि राहुल गांधी को गुलाब जामुन बहुत पसंद है, इसलिए उन्होंने एक किलो मिठाई खरीदी.

कितनी देर दुकान में रुके

साथ ही राहुल गांधी ने दुकान पर मौजूद बाकी मिठाईयों का भी स्वाद चखा. दुकान मालिक ने कहा कि मुझे खुशी हुई कि वह आए, हमारा स्टाफ भी उन्हें देखकर खुश हुआ. दुकान मालिक ने आगे बताया कि वो यहां 25-30 मिनट तक रहे. उन्होंने बताया किहमने राहुल गांधी से मिठाई का भुगतान न करने को कहा लेकिन उन्होंने पूरे बिल का भुगतान किया.

स्टालिन-राहुल एक साथ

इससे पहले, बीजेपी पर निशाना साधते हुए राहुल ने केंद्र की चुनावी बांड योजना को ”दुनिया में किसी के द्वारा किया गया भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा कृत्य” करार दिया था. कोयंबटूर में एक सार्वजनिक बैठक में बोलते हुए, राहुल गांधी ने कहा कि चुनावी बांड सबसे बड़ा घोटाला है. भाजपा वॉशिंग मशीन चला रही है. तमिलनाडु के कोयंबटूर में रैली के दौरान राहुल गांधी के संग तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन भी नजर आए. राहुल गांधी ने रैली में दावा किया कि इस चुनाव में जनता बीजेपी को सत्ता से बेदखल कर देगी.

बीजेपी पर किया हमला

राहुल गांधी ने कहा कि जल्द ही एक तूफान आने वाला है और मोदी सरकार को सत्ता से बाहर कर देगा. राहुल गांधी ने बीजेपी पर आगे हमला बोलते हुए कहा कि जब भी अडानी को कुछ चाहिए होता है, चाहे वह कोई बंदरगाह हो, हवाई अड्डा हो, खदान हो, राजमार्ग हो, या बुनियादी ढांचा परियोजना हो, भारत सरकार किसी न किसी तरह उन्हें वो दे देती है.

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