उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में खुलेआम पुलिस की गुंडागर्दी सामने आई है. कोतवाली थाना क्षेत्र में वाहन जांच के दौरान हवाला के पकड़े गए 85 लाख में से पुलिस ने 50 लाख रुपए हड़प लिए. दरोगा ने 35 लाख रुपए युवक को वापस करते हुए जाने के लिए कहा तो उसने बाकी 50 लाख वापस मांगे. इस पर दरोगा ने युवक को एनकाउंटर कर डालने की धमकी दे डाली और वहां से भगा दिया. मामला संज्ञान में आने पर एसएसपी ने दरोगा आलोक सिंह को निलंबित कर दिया है. साथ ही क्राइम ब्रांच की टीम ने आरोपित दरोगा आलोक सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. उनके पास से 44 लाख रुपए बरामद भी कर लिए गए हैं.
कोतवाली थाना पुलिस को मुखबिर से जानकारी हुई कि एक व्यक्ति हवाला का मोटा रकम लेकर के नेपाल जा रहा है. इसकी जानकारी होने पर अधिकारियों ने चौकी प्रभारी बेनीगंज आलोक सिंह को जांच के लिए लगाया. उन्होंने जांच के दौरान 85 लाख रुपए बरामद कर लिए, लेकिन इसकी जानकारी उन्होंने न तो कोतवाली प्रभारी को दी और न ही किसी अन्य अधिकारी को दी.
दरोगा ने एनकाउंटर की दी धमकी
कुछ देर बाद पकड़े गए युवक को 35 लाख रुपये वापस कर बाकी 50 लाख अपने पास रख लिए. युवक ने जब बाकी रुपये वापस मांगा तो उसको एनकाउंटर की धमकी देकर भगा दिए. जब मामला उच्च अधिकारियों तक पहुंचा तो मामले की छानबीन शुरू हुई. युवक ने बताया कि कुल 85 लाख रुपए थे. दरोगा ने 50 लाख खुद ले लिए और 35 लाख ही मुझे वापस किए हैं.
क्राइम ब्रांच ने दरोगा को किया अरेस्ट
यह पूरा मामला गोरखपुर के शाहमरूफ में दुकान चलाने वाले व्यापारी और हवाला कारोबारी से जुड़ा हुआ है. युवक देवरिया के एक प्रभावशाली जनप्रतिनिधि का पैसा लेकर नौतनवा नेपाल सीमा पर किसी को देने के लिए निकला था. इसकी जानकारी पुलिस को हो गई थी. रुपयों के हेराफेरी का मामला संज्ञान में आने पर एसएसपी डॉक्टर गौरव ग्रोवर ने पूरे मामले की जांच एसपी सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई को सौंप दी. साथ ही अन्य पहलुओं की जांच के लिए क्राइम ब्रांच की टीम को लगा दिया है. इसके अलावा बेनीगंज चौकी प्रभारी आलोक सिंह को निलंबित भी कर दिया है. साथ ही क्राइम ब्रांच ने उसे गिरफ्तार कर उसके पास से 44 लाख रुपये बरामद भी कर लिए हैं.
कोई ठोस जवाब नहीं दे सका दरोगा
चौकी प्रभारी ने अधिकारियों की पूछताछ में कई तरह की कहानी सुनाई. इतने बड़े पैमाने पर रुपए पकड़े जाने पर किसी अधिकारी को नहीं बताने के सवाल पर वह ठोस जवाब नहीं दे सके. उन्होंने केवल यही बताया कि चार लोग मामले में पैरवी करने आए थे. एक अधिकारी ने भी फोन किया था. मामला एक प्रभावशाली जनप्रतिनिधि का था. इस नाते मामले को बहुत तूल नहीं दिया और पैसों सहित पकड़े गए युवक को छोड़ दिया.
खंगाले गए सीसीटीवी फुटेज
चौकी प्रभारी की कहानी कितनी सही है इसकी जांच विभाग के अधिकारियों के अलावा वहां लगे सीसीटीवी फुटेज आदि के जरिए भी पता की जा रही है. इस मामले में एसएसपी डॉक्टर गौरव ग्रोवर ने कहा कि हवाला का रुपया पकड़े जाने की जानकारी मिली है. इसकी जांच हर तरह से करवाई जा रही है. लापरवाही बरतने पर चौकी प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है. आरोपी दरोगा को गिरफ्तार कर उसके पास से 44 लाख रुपये बरामद किए गए हैं. पकड़े गए रुपयों की और सच्चाई जल्द ही सबके सामने आ जाएगी.
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