खुद के मात्र 11 हजार रुपये खर्च कर चुनाव जीत गई थीं साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर

भोपाल। लोकसभा चुनाव 2024 में उम्मीदवारों के चुनाव प्रचार -प्रसार सहित सभी तरह की खर्च सीमा निर्वाचन आयोग द्वारा 95 लाख रुपये तय की गई है। पिछले लोकसभा चुनाव 2019 में भी इतनी ही खर्च सीमा तय थी। तब भाजपा ने भोपाल संसदीय क्षेत्र से साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर प्रत्याशी बनाया था, जबकि कांग्रेस से दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह मैदान में थे। लेकिन साध्वी ने तीन लाख 64 हजार मतों से चुनाव जीता था। चुनावों में उन्होंने अपना कुल खर्च महज 45 लाख रुपये दर्शाया था। दरअसल साध्वी होने के चलते वह समाज पर निर्भर थी, ऐसे में उनकी मदद भाजपा और सहयोगी संस्थाओं ने भी की थी।

लोकसभा चुनाव 2019 में सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने साधारण तरीकों से प्रचार-प्रसार किया था। उनके कुल 45 लाख 46 हजार 914 रुपये पूरे चुनाव में खर्च हुए थे। इनमें उनकी अपनी स्वयं की राशि सिर्फ 11 हजार रुपये ही खर्च हुई थी। चुनाव में उन्हें प्रचार-प्रसार के लिए भाजपा की ओर से 10 लाख रुपये मिले थे। जबकि विभिन्न संस्थाओं, व्यक्तियों, निकायों आदि ने बतौर ऋण उपहार, दान में लगभग 26 लाख 79 हजार 584 रुपये का सहयोग दिया था।

सार्वजनिक सूचना में खर्च हुए थे 74 हजार

चुनाव आयोग द्वारा उम्मीदवारों के ऊपर चल रहे आपराधिक मामलों के बारे में सार्वजनिक रूप से जानकारी देने के लिए अखबारों में प्रकाशन की अनिवार्यता की है। साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने भी चुनाव आयोग को दिए अपने हलफनामे में आपराधिक ब्यौरा दिया था। इसकी सार्वजनिक सूचना के लिए उन्होंने कुल 74 हजार 959 रुपये व्यय किए थे।

लाउडस्पीकर का नहीं किया उपयोग

साध्वी ने इंटरनेट, प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में राजनीतिक प्रचार के लिए छह लाख 29 हजार 883 रुपये खर्च किए थे, जबकि उन्होंने लाउडस्पीकर, हैंड बिल, पोस्टर, वीडियो, आडियो कैसेट पर एक रुपये भी खर्च नहीं किए थे। बता दें कि चुनाव प्रचार-प्रसार के दौरान लाउडस्पीकर का उपयोग करने से आमजन काफी परेशान हो जाते हैं। उन्होंने स्टार प्रचारक की रैली, जुलूस में महज 52 हजार रुपये का खर्च ही दर्शाया गया था।

भोपाल लोकसभा चुनाव 2019 का परिणाम

दल – उम्मीदवार – मत
भाजपा – साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर – 866482
कांग्रेस – दिग्विजय सिंह – 501660
बसपा – माधो सिंह अहिरवार – 11277
नोटा – – 5430

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.