लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान तो हो गया है पर बिहार में न तो एनडीए और ना ही महागठबंधन (इंडिया ब्लॉक) की पार्टियों के बीच सीट समझौता अब तक हो पाया है. बिहार में 40 लोकसभा की सीटें हैं. कहा जा रहा है कि बिहार में जिन सीटों पर अब तक महागठबंधन में बातचीत नहीं बनी है, उनमें कटिहार, बेगूसराय और पूर्णिया जैसी सीटें हैं.
कांग्रेस पप्पू यादव को पूर्णिया से लड़ाना चाहती है मगर राजद तैयार नहीं है. इसके अलावा कांग्रेस बेगूसराय सीट कन्हैया कुमार के लिये मांग रही है लेकिन राजद अभी तक तैयार नहीं है. कटिहार सीट दोनों दल अपने पास रखना चाहते हैं. ऐसे में, कटिहार सीट पर भी पेंच फंसा हुआ है.
11 सीट चाहती है कांग्रेस
कांग्रेस का कहना है कि उसका एमएलसी सीट पर दावा बनता था लेकिन राजद ने नहीं दी. इस एवज में भी कांग्रेस पार्टी एक सीट मांग रही है. राजद अब तक 7 सीटें बिहार में कांग्रेस को देने को तैयार है, कांग्रेस 11 सीटें मांग रही है. ऐसे में दोनों दलों के बीच कब तक बात बनती है, ये देखने वाली बात होगी.
एनडीए के खेमे में हलचल
उधर एनडीए के सहयोगी दलों के बीच में भी सीट समझौते अब तक नहीं हो सका है. मीडिया रपटों के मुताबिक आज नीतीश कुमार दिल्ली आ रहे हैं जहां भाजपा, जदयू, चिराग पासवान की पार्टी और दूसरे घटक दलों के बीच सीट बंटवारे को लेकर अंतिम फैसला हो सकता है.
टीवी 9 के संवाददाता को मिली जानकारी के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी – 17/18 सीट, जनता दल यूनाइटेड – 15/16 सीट, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) – 5 सीट, उपेंद्र कुशवाहा – 1 सीट, जीतन राम मांझी – 1 सीट पर चुनाव लड़ सकते हैं.
एनडीए खेमे में काराकाट, गया, सीतामढ़ी और शिवहर जैसी सीटों पर आम सहमति बननी है. वहीं, बाल्मिकी नगर सीट जो फिलहाल जनता दल यूनाइटेड के पास है, उसको लेकर भी चिराग दावेदारी ठोक रहे हैं.
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