कहते हैं कि बीमारियों से बचे रहना है तो अपने पेट को दुरुस्त रखें. खराब डाइजेशन आपकी सेहत का दुश्मन हो सकता है. पेट में मौजूद हेल्दी बैक्टीरिया भोजन को ठीक तरह से पचाने के साथ-साथ पोषक तत्वों का अवशोषण करते हैं. हेल्थ एक्सपर्ट्स कहते हैं कि हमारी आंतों में कई सारे माइक्रो ऑर्गेनिज्म होते हैं. इनमें बैक्टीरिया और फंगस शामिल होते हैं. इन्हें गट बैक्टीरिया के नाम से भी जाना जाता है.
इन्हीं की वजह से हमारा डाइजेशन ठीक रहता है और भोजन को पचाने में दिक्कत नहीं आती. अगर आप गट बैक्टीरिया को बढ़ाना चाहते हैं तो कुछ आयुर्वेदिक चीजों और जड़ी-बूटियों को अपनी डाइट में शामिल करनी चाहिए. एंटीबायोटिक गुणों से भरपूर ये चीजें पेट में से खराब बैक्टीरिया का भी सफाया करती हैं.
हल्दी
आयुर्वेद में हल्दी बेहद अहम मानी गई है. आपको बता दें कि हल्दी में करक्यूमिन नामक एंटीऑक्सीडेंट होता है. ये आंतों की सूजन तो कम करता ही है लेकिन इसके साथ ही ये गट बैक्टीरिया को भी संतुलित रखती है. नियमित हल्दी का इस्तेमाल करने से पेट की दिक्कतें दूर होती है.
अदरक
अदरक की चाय तो सभी लोग चुस्की लेकर पीते हैं. लेकिन इसे कच्चा भी खाया जा सकता है. इसमें पाचक गुण होते हैं, जो हमारे डाइजेशन को मजबूत करते हैं. इसके साथ ही यह हेल्दी बैक्टीरिया को भी बढ़ावा देता है.
लहसुन
लहसुन में भी प्रीबायोटिक गुण पाए जाते हैं, जो गट बैक्टीरिया को संतुलित करते हैं. लहसुन में पाए जाने वाले एंटी माइक्रोबियल गुण हमारे पाचन तंत्र को मजबूत रखते हैं. इससे हमारा डाइजेशन ठीक रहता है.
अजवाइन
पेट में गैस हो या ब्लोटिंग अजवाइन को नुस्खा तो शायद सभी ने फॉलो किया होगा. सदियों से इसका इस्तेमाल पेट को दुरुस्त रखने के लिए किया जाता रहा है. इसमें थाइमोल जैसे कंपाउंड पाए जाते हैं. ये आंतों को सेहतमंद रखने में मदद करते हैं.
पुदीना
पुदीना खाने से भी हमारा पेट साफ रहता है. ये हमारी पाचन क्रिया को तेज करता है. इसके साथ ही, यह गैस, सूजवन और अपच जैसी दिक्कतों से भी राहत दिलवाता है.
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