क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने 24 फरवरी को एक इतिहास रचा था. साल 2010 में सचिन तेंदुलकर ने वनडे क्रिकेट का पहला दोहरा शतक इसी दिन जड़ा था. कमाल की बात ये है कि इसी तारीख यानी 24 फरवरी को पांच साल बाद उनका ये रिकॉर्ड टूट भी गया था और ऐसा करने वाले कोई और नहीं बल्कि वेस्टइंडीज़ के स्टार बल्लेबाज़ क्रिस गेल ही थे. यहां आपको दोनों की डबल सेंचुरी के बारे में बताते हैं…
अगर बात सचिन तेंदुलकर की डबल सेंचुरी की करें, तो उन्होंने 24 फरवरी 2010 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ ये इतिहास रचा था. सचिन से पहले किसी भी बल्लेबाज ने वनडे क्रिकेट में दोहरा शतक नहीं जड़ा था. सचिन ने अपनी पारी में 147 बॉल खेलीं थीं और सईद अनवर के बड़े रिकॉर्ड को तोड़ दिया था. ग्वालियर में हुए इस मैच में सचिन ने 147 बॉल में 25 चौके और 3 छक्के जमाए थे.
अपनी पारी में सचिन तेंदुलकर सिर्फ 45वें ओवर में 191 के स्कोर पर पहुंच गए थे, लेकिन आखिरी पांच ओवर में वो सिर्फ 9 ही बॉल खेल पाए और किसी तरह दोहरा शतक पूरा हुआ. क्यूंकि दूसरी छोर पर उस वक्त महेंद्र सिंह धोनी रनों की बरसात कर रहे थे और उन्होंने सिर्फ 35 बॉल में 68 रन बना दिए थे, जिसमें 7 चौके और 4 छक्के शामिल थे.
क्रिस गेल ने तोड़ा था रिकॉर्ड
अब इस कहानी के सीधा पांच साल आगे बढ़ते हैं. जब क्रिस गेल ने धमाल मचाया और सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ दिया. 24 फरवरी 2015 को वनडे वर्ल्ड कप में क्रिस गेल ने जिम्बाब्वे के खिलाफ डबल सेंचुरी जमाई, वो किसी वनडे वर्ल्ड कप में दोहरा शतक जड़ने वाले पहले बल्लेबाज़ बने थे. क्रिस गेल ने सिर्फ 147 बॉल में 215 रन बना दिए थे, जिसमें 10 चौके और 16 छक्के शामिल रहे.
क्रिस गेल ने अपने आखिरी 50 रन तो सिर्फ 12 बॉल में बनाए थे, जबकि आखिरी सेंचुरी पूरी करने में उन्हें सिर्फ 33 बॉल लगीं. कमाल है कि ये दो ऐतिहासिक पारियां एक ही तारीख पर आई हैं और इतिहास में दर्ज हो गई. अभी तक वनडे फॉर्मेट में 12 दोहरे शतक लग चुके हैं, इसमें से सात तो भारतीय बल्लेबाज़ों ने ही लगाए हैं.
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