बाबर आजम पर लगा पाकिस्तान क्रिकेट को बर्बाद करने का इल्जाम, एक फैसले से कराई एशिया कप और वर्ल्ड कप में थू-थू

बाबर आजम अब पाकिस्तान के कप्तान नहीं है. लेकिन, जब वो पाकिस्तान क्रिकेट टीम की कमान संभाला करते थे, तब उन्होंने एक फैसला लिया था, जिसका पाकिस्तानी टीम पर बहुत बुरा असर पड़ा था. एशिया कप और भारत में खेले वनडे वर्ल्ड कप तक में भी पाकिस्तान की कटी नाक के पीछे भी उस फैसले का अहम रोल था. जी नहीं, बाबर आजम और उनके फैसले पर सवाल हम नहीं उठा रहे हैं. बल्कि, ये काम तो पाकिस्तान क्रिकेट के ही प्रोफेसर साहेब यानी मोहम्मद हफीज ने किया है.

पाकिस्तान के एक टीवी शो में मोहम्मद हफीज ने खुलकर अपनी बात रखी. उन्होंने बड़ी बेबाकी के साथ पूरी कहानी बताई. ये भी बताया कि कैसे पाकिस्तान टीम के अंदर फिटनेस को नजरअंदाज कर बाबर आजम ने सब बेड़ा गर्क कर दिया. मोहम्मद हफीज की बातों पर शो में बैठे दूसरे क्रिकेट एक्सपर्ट्स भी हामी भरते नजर आए.

मोहम्मद हफीज ने बाबर आजम पर क्या आरोप लगाए?

अब सवाल है कि मोहम्मद हफीज ने कहा क्या? पोल क्या खोली? तो हफीज ने जो कहा उसके मुताबिक बाबर आजम और मिकी आर्थर ने मिलकर पाकिस्तानी टीम के अंदर फिटनेस कल्चर को खत्म कर दिया था. टीम में रहने और अंदर आने के लिए किसी भी खिलाड़ी का फिटनेस टेस्ट नहीं होता था. बाबर आजम और मिकी आर्थर का साफ कहना था कि फिटनेस टीम की प्रायोरिटी नहीं है. टीम का जो भी खिलाड़ी जैसे खेलना चाहे उसे वैसे ही खेलने दिया जाए.

क्या बाबर आजम ने लिया पाकिस्तान की नाक कटाने वाला फैसला?

बताया जा रहा है कि ये घटना तब कि है जब पिछले साल एशिया कप और वनडे का वर्ल्ड कप शुरू होने वाला था. और, अगर हफीज ने जिस तरह के आरोप लगाए हैं, अगर वो सही हैं तो फिर एशिया कप या फिर वर्ल्ड कप में जो पाकिस्तानी टीम की दुर्गति हुई, बाबर के उस फैसले के बाद वैसा होना लाजमी भी था. पाकिस्तान दोनों ही मल्टीनेशन टूर्नामेंट से अपने खराब प्रदर्शन के चलते बाहर गया था.

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