बालाघाट। अयोध्या में 22 जनवरी को संपन्न राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने से कांग्रेस ने इंकार कर दिया था। पार्टी आलाकमान के इस फैसले को लेकर जिले के कांग्रेस कार्यकर्ताओं में नाराजगी थी। जिसका खाम्याजा कांग्रेस पार्टी को भुगतना पड़ रहा है। बालाघाट के वरिष्ठ कांग्रेस नेता अनुराग चतुरमोहता,अजय मिश्रा,कैलाश जैन शुक्रवार को भाजपा में शामिल हो गए हैं। उनके साथ करीब 300 कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने भी ज्वॉइन भाजपा अभियान के तहत भारतीय जनता पार्टी की नीतियों से प्रभावित होकर पार्टी में शामिल हो चुके हैं।
गौरतलब है कि कांग्रेस के नेता अनुराग चतुरमोहता ने कुछ दिन ही पूर्व काग्रेस पार्टी को अपना इस्तीफा दिया था जिसके साथ ही कयास लगाए जा रहे थे कि भाजपा पार्टी ज्वाइन करेंगे और सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ एक विशाल रैली के रूप में भाजपा कार्यालय में पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन और जिला अध्यक्ष रामकिशोर कांवरे ने भाजपा की भगवा गमछा पहनाकर सदस्यता दिलाई। इस्तीफा देने के बाद अनुराग चतुरमोहता और अजय मिश्रा ने कहा कि भगवान राम की पूजा-अर्चना करोड़ों भारतीय करते हैं। धर्म मनुष्य का व्यक्तिगत विषय होता आया है, कांग्रेस पार्टी के अयोध्या राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में नहीं जाने का फैसला गलत था।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस पार्टी अपनी मूल भावना से भटक चुकी है। जिन संकल्पनाओं के साथ पार्टी के पूर्वजों ने पार्टी को खड़ा किया था तथा पार्टी की स्थापना की थी। वह नीति और आदर्श समाप्त हो चुके हैं। पार्टी में अब योग्यता के लिए कोई स्थान नहीं बचा है। बता दूं कि जिस प्रकार से इन नेताओं ने लोकसभा चुनाव के पहले अपने सैकड़ों समर्थको के साथ कांग्रेस पार्टी को छोड़कर भाजपा ज्वाइन करना कही न कही कांग्रेस के लिए बड़ा झटका साबित होगा और इसका असर लोकसभा चुनाव में देखने मिलेगा।
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