आप ने दिल्ली में दिया एक लोकसभा सीट का प्रस्ताव, क्या मान जाएगी कांग्रेस?

लोकसभा चुनाव को बस अब कुछ ही दिन बचे है. इधर विपक्षी इंडिया गठबंधन की मुश्किले थमने का नाम नहीं ले रही है. एक-एक कर राजनीतिक पार्टियां किनारा करती जा रही हैं. नीतीश कुमार और जयंत चौधरी तो पहले ही गठबंधन को झटका दे चुके हैं. अब दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने भी सीट शेयरिंग को लेकर शर्त रख दी है. आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस को दिल्ली में एक लोकसभा सीट देने का प्रस्ताव दिया है. आम आदमी पार्टी की पीएसी की बैठक में मंथन करने के बाद आम आदमी पार्टी ने यह फैसला लिया है.

कांग्रेस एक भी सीट चुनाव लड़ने के लायक नहीं है

आप सांसद और संगठन महामंत्री संदीप पाठक ने कहा कि दिल्ली में कांग्रेस को 1 सीट का प्रस्ताव देते हैं. और आम आदमी पार्टी 6 लोकसभा सीटों पर लड़ेगी. अगर समय पर जवाब नहीं मिला तो आम आदमी पार्टी 6 सीट पर उम्मीदवार का एलान कर देगी. संदीप ने बताया कि कांग्रेस पार्टी ने 2019 लोकसभा चुनाव में जीरो सीट, विधानसभा में जीरो सीटे, एमसीडी चुनावों में 250 में से सिर्फ 9 सीटें जीतीं हैं. इन आंकड़ों के मुताबिक कांग्रेस एक भी सीट चुनाव लड़ने के लायक नहीं है. बस एक गठबंधन में होने के तौर पर यह प्रस्ताव दे रहे हैं.

गठबंधन को लेकर देश में उम्मीद और उत्साह जागा था

बैठक के बाद संदीप पाठक ने यह भी कहा कि इंडिया गठबंधन को लेकर देश में उम्मीद और उत्साह जागा था. लेकिन जब गठबंधन में शामिल हुए तो अपने हित में सोचने की मंशा नहीं थी. हम ईमानदारी और लग्न से गठबंधन के साथ है. इंडिया गठबंधन का उद्देश्य चुनाव लड़ना है और देश को नया विकल्प देना है. समय से उम्मीदवारों का एलान करना, कैंपेन की रणनीति तय करना भी गठबंधन में शामिल है.

कांग्रेस नेताओं को कोई क्लियरटी नहीं है

आरोप लगाया कि कांग्रेस नेताओं को कोई क्लियरटी नहीं है. 2 बार मीटिंग होने के बाद भी कोई निष्कर्ष नहीं निकला है. साथ ही कहा कि राहुल गांधी की न्याय यात्रा की वजह से पिछले एक महीने में कोई मीटिंग नहीं हुई. आम आदमी पार्टी को अब भी इंतजार कर रही है. यही नहीं आम आदमी पार्टी ने साउथ गोवा से उम्मीदवार का एलान किया.

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.