मंडला: मन में कुछ कर दिखाने की तम्मना हो तो इंसान बड़े से बड़े मुकाम बहुत आसानी से हासिल कर लेता है। जीवन में कुछ बड़ा पाने के लिए संघर्ष करना पड़ता है और संघर्ष करने के लिए हौसले का होना जरूरी होता है। ऐसा ही कर दिखाया बहमनी की होनहार बेटी ने…वह बीते कुछ महीनों पहले दो बार जूनियर मिस इंडिया कॉम्पिटिशन में विनर रही। इस होनहार बिटिया का आज उसी के गांव बहमनी में हरदहा समाज द्वारा सम्मान किया गया।
मंडला आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है जहां प्रतिभाओं की कमी नहीं। मंडला से 18 किलोमीटर दूर है बहमनी गांव जहां की रहने आशना हरदहा जिसे बचपन से ही मॉडलिंग करने का शौक था। मेकअप कपड़े पहनने का शौक शुरुआती दौर से रहा। आशना की शुरुआत हुई इंस्टाग्राम से जहां उन्होंने देखा कि कहीं जूनियर मिस इंडिया का कॉम्पिटिशन है जिस पर उन्होंने मन बनाया कि वह इस कॉम्पिटिशन में जाएगी जिस पर माता पिता ने भी सहमति जताई और पहला जूनियर मिस इंडिया का खिताब उन्होंने अप्रैल 2022 में इंदौर (मध्यप्रदेश स्तर) में अपने नाम किया फिर उन्होंने मुंबई का रुख किया और सितंबर 2023 में फिर से अंडर 5 में (इंडिया लेवल) अपनी जगह जूनियर मिस इंडिया में बनाई।
आदिवासी अंचल की रहने वाली इस लड़की के साथ एक हादसा हुआ जिस पर उसके शरीर पर कुछ जख्म भी हुए लेकिन वह अभी भी हिम्मत नहीं हारी है वह फिर से मॉडलिंग की दुनियां में नाम कमाना चाहती है उसका सपना है कि वह अब तक जूनियर मिस इंडिया का खिताब जीती है अब वह मिस इंडिया और मिस यूनिवर्स का खिताब जीतना चाहती है।
आशना के माता पिता उसे बचपन से प्रोत्साहित करते आ रहे हैं। आशना के पिता एक पेट्रोल पंप में काम करते हैं उसके बावजूद भी अपनी बेटी को और ऊंचे मुकाम पर पहुंचाने की आशा रखते हैं।
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