इंदौर। होली हर साल फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को मनाई जाती है। यह त्योहार कई देशों में मनाया जाता है। दो दिवसीय होली उत्सव के पहले दिन होलिका दहन किया जाता है। अगले दिन होली मनाई जाती है। इस दिन लोग एक-दूसरे को रंग और गुलाल लगाकर होली मनाते हैं। साथ ही बच्चे पिचकारी में रंग भरकर होली खेलते हैं। इस अवसर पर लोग ईर्ष्या, द्वेष या को भूलकर गले मिलते हैं। मिठाइयां, उपहार देकर होली की शुभकामनाएं भी देते हैं। होली की तारीख को लेकर लोग असमंजस में हैं। आइए जानते हैं होली की सही तारीख और शुभ मुहूर्त क्या है।
होलिका दहन
होली हर साल होलिका दहन के अगले दिन मनाई जाती है। ज्योतिषी और धर्म विशेषज्ञ पूर्णिमा तिथि के साथ-साथ होलिका दहन के समय की भी गणना करते हैं। होलिका दहन के बाद उदया तिथि (अगले दिन) पर होली मनाई जाती है। ज्योतिषीय गणना के अनुसार, इस साल की फाल्गुन पूर्णिमा तिथि 24 मार्च को सुबह 9.54 बजे शुरू होगी। यह अगले दिन यानी 25 मार्च को दोपहर 12.29 बजे समाप्त होगी।
होलिका दहन समय
फाल्गुन पूर्णिमा की तिथि को ही होलिका दहन किया जाता है। इस साल होलिका दहन 24 मार्च को होगा। इस दिन होलिका दहन का शुभ मुहूर्त रात 11 बजकर 13 मिनट से 12:27 बजे तक रहेगा। होलिका दहन का समय 1 घंटा 14 मिनट रहेगा। भद्रा पूंछ के समय भी होलिका दहन किया जाता है। इस दिन भद्रा पुंछ में होलिका दहन का समय शाम 6.33 बजे से 7.53 बजे तक है।
इस दिन मनाई जाएगी होली
ज्योतिषियों के मुताबिक, होलिका दहन का समय 24 मार्च को रात 11.13 बजे से 12.27 बजे तक है। अगले दिन होली मनाई जाएगी। इस तरह साल 2024 में होली 25 मार्च को मनाई जाएगी। इस दिन देशभर में होली का त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाएगा। वहीं, 26 मार्च से चैत्र माह शुरू हो जाएगा।
डिसक्लेमर
‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.