खंडवा। ग्राम रिछफल का किसान मोजीलाल एक बार फिर चर्चाओं में है। जनसुनवाई में फटेहाल स्थिति में आने पर कलेक्टर अनूपकुमार सिंह के निर्देश पर उसे नए कपड़े उपलब्ध कराए गए। किसान ने कपड़े तो पहन लिए लेकिन यह भी कहा कि कलेक्टर मेरी समस्या का निराकरण नहीं करते हैं। मुझे कपड़े पहनाकर रवाना कर देते हैं। ग्राम हत्या में रहने वाले किसान मोजीलाल की रिछफल में तीन एकड़ जमीन है।
किसान का कहना है कि खेत के पास से गुजर रही नहर से सीपेज के कारण उसकी जमीन दलदल में तब्दील हो रही है। वर्ष 2007 से उसके खेत में यह समस्या है। रबी और खरीफ की फसल नहीं ले पा रहा है। किसान का कहना है कि वह कई बार कलेक्टर कार्यालय में आकर अपनी समस्या बता चुका है लेकिन निराकरण नहीं हो रहा है। मंगलवार को किसान मोजीलाल फटी हुई टी-शर्ट पहनकर कलेक्टर अनूपकुमार सिंह के समक्ष उपस्थित हुआ।
खंडवा कलेक्टर ने उसकी हालत देखकर नए कपड़े मंगवाने के निर्देश दिए। एडीएम शंकरलाल सिंघाड़े ने अपने कैबिन में किसान को बुलाकर उसे कपड़े पहनवाए। हालांकि कपड़े पाकर किसान खुश नजर नहीं आया। उसने कहा कि मुझे मेरी जमीन ठीक स्थिति में चाहिए। पूर्व कलेक्टर ने भी दिए थे कपड़े वर्ष 2019 में 22 जनवरी को भी किसान मोजीलाल इसी तरह फटे कपड़े पहनकर जनसुनवाई में अपनी फरियाद लेकर पहुंचा था।
उस दौरान तात्कालीन कलेक्टर विशेष गढ़पाले ने उसे नए कपड़े उपलब्ध कराए थे। कलेक्टर ने किसान की जमीन की समस्या को लेकर जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया था। किसान का कहना है कि मेरी बदहाली देखकर कलेक्टर ने पांच हजार रुपये भी दिए थे लेकिन दलदल में तब्दील हो रही मेरी जमीन की समस्या दूर नहीं हो सकी। मुझे जमीन का मुआवजा दिया जाए या फिर दूसरी जमीन उपलब्ध कराई जाए।
22 जनवरी 2019 को तात्कालीन कलेक्टर विशेष गढ़पाले ने भी मोजीलाल को कपड़े भेंट किए थे।
तालाब की जमीन पर रसूखदार कर रहे कब्जा
जनसुनवाई में ग्राम धनगांव के सरपंच और ग्रामीण अतिक्रमण की शिकायत लेकर पहुंचे। आवेदन में कहा गया कि शासकीय तालाब की जमीन जो हल्का नंबर एक खसरा नंबर 379 लगभग तीन हेक्टेयर भूमि शासकीय रिकार्ड में दर्ज है, इस पर तालाब की दोनों ओर कुछ लोगों द्वारा अवैध अतिक्रमण करके बेचा जा रहा है। इस जमीन पर रसूखदारों ने मकान तक बना लिए हैं।मामले में कई बार शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं हो रही है।
– सिंगोट से आई महिलाओं ने देव स्थान वाले सड़क मार्ग पर शराब व मांस विक्रय की दुकान बंद कराने की मांग जनसुनवाई में की। महिलाओं ने कहा यदि सुनवाई नहीं होती है तो आंदोलन करेंगे।
– ग्राम पंचायत नावली से आई महिलाओं ने गांव में पेयजल की समस्या को लेकर शिकायत की। महिलाओं ने कहा कि बोरिंग कराने के बाद भी सरपंच द्वारा गांव में मोटरपंप के माध्यम से वितरण की व्यवस्था नहीं की जा रही है। जिससे लोगों को दूर तक जल लेने जाना पड़ रहा है।
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