ऐसा रहा एमपी विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर का पार्षद से लेकर केंद्रीय मंत्री तक का राजनीतिक कैरियर
भोपाल। मध्यप्रदेश की 16वीं विधानसभा के अध्यक्ष के रूप में पदभार ग्रहण करने वाले नरेंद्र सिंह तोमर गैर राजनीतिक परिवार से आते हैं। तोमर ने पार्षद से लेकर केंद्रीय मंत्री तक का दायित्व उन्होंने बखूबी निभाया है। इस बार मुरैना जिले की दिमनी विधानसभा सीट से वह निर्वाचित हुए हैं। मुरैना के औरेठी गांव में 12 जून 1957 को जन्मे तोमर के पिता मुंशी सिंह किसान थे। स्नातक तक शिक्षा लेने वाले तोमर केंद्र और राज्य सरकार में महत्वपूर्ण विभागों का दायित्व मंत्री के रूप में संभाल चुके हैं।
नरेंद्र सिंह तोमर ने छात्र जीवन से राजनीति शुरू की। ग्वालियर के मुरार शासकीय कालेज में वर्ष 1979-80 में छात्र संघ अध्यक्ष, 1983 से 1987 तक ग्वालियर नगर निगम में पार्षद और वर्ष 1998 में ग्वालियर से पहली बार विधायक चुने गए। वह राज्य सरकार में मंत्री बने। उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक का दायित्व निभाया। अब 2023 विधानभा चुनाव जीतने के बाद 16वीं विधानसभा के अध्यक्ष के रूप में पदभार ग्रहण किया है।
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