पांढुर्ना। महाराष्ट्र और पांढुर्ना की सीमा से लगे बढ़चिचोली के ग्राम जूनापानी के एक किसान ने खेत में स्थित कुएं में एक बाघ को देखा इसके बाद अन्य ग्रामीण भी मौके पर पहुंच गए। बता दें कि बाघ की मौत हो गई है। वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू कर बाघ को बचाने में जुटी हुई थी। लेकिन तब तक बाघ की मौत हो चुकी थी।जानकारी के अनुसार बढ़चिचोली के ग्राम जूनापानी निवासी किसान जब्बार खान अपने खेत में शनिवार शाम को पानी देने के लिए गए थे।
जैसे ही वह अपने खेत में पहुंचे तो उन्होंने कुएं के पास लगी मोटर पंप को चालू किया। इस दौरान उसने देखा कि कुएं में बाघ जिंदगी के लिए संघर्ष कर रहा है। तत्काल किसान जब्बार खान ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। वन विभाग की टीम कई घंटे बाद मौके पर पहुंची और वन विभाग ने बाघ को सुरक्षित निकालने के लिए रेस्क्यू किया, लेकिन जब तक बाघ की मौत हो चुकी थी। देर शाम बाघ के शव को बाहर निकाल कर उसे पीएम के लिए भेज दिया गया है। महाराष्ट्र एवं मध्यप्रदेश वन विभाग की टीम मामले की जांच में जुटी हुई है।
बता दें कि लगभग 2 महीने पूर्व चौरई रेंज में भी कुएं में बाघ का शव मिला था। डिप्टी रेंजर हबीब खान ने बताया है कि बढ़चिचोली ग्राम से करीब 4 किलोमीटर दूर महाराष्ट्र की सीमा में मौजूद खेत के कुएं में बाघ का शव मिला है और पानी में डूबने से उसकी मौत हुई है। महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश की वन विभाग की टीम मामले की जांच में जुटी है।
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