मध्य प्रदेश में किसकी बन रही सरकार? ये है सीटों का पूरा गुणा-भाग
तमाम कारकों और घटकों का विश्लेषण करने के बाद भविष्यवाणी है कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस और भाजपा के बीच कड़ा मुकाबला है। इसके चलते काफी नजदीकी नतीजे आएंगे लेकिन कांग्रेस ज्यादा सीटें ले कर टॉप पर रहेगी।
राष्ट्र चंडिका न्यूज़ ,मध्य प्रदेश में चुनाव संपन्न हो चुके हैं और वोटों की गिनती का इंतज़ार है। नतीजा तो 3 दिसंबर को आयेगा लेकिन राष्ट्र चंडिका न्यूज़ ने अपने एक सर्वेक्षण में जनता की फैसले की टोह ली है। इस बार राज्य में कांग्रेस की सरकार बनती दिख रही है । लेकिन मामला करीबी होगा। सर्वे बता रहा है कि कांग्रेस को 122 सीटें तथा भाजपा को 94 सीटें मिलने की संभावना है। 14 सीटों पर मामला फंसा हुआ है।
मध्य प्रदेश में 2018 के चुनाव परिणामों ने संकेत दिया था कि भाजपा को प्रदेश में सत्ता विरोधी लहर से कोई नुकसान नहीं हुआ है। इसके अलावा मध्य प्रदेश में शिवराज चौहान की सफलता का श्रेय तत्कालीन भाजपा प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के राज्य में प्रचार को दिया गया।
सर्वे के अनुसार यह पाया गया कि ग्रामीण क्षेत्रों में 25 फीसदी लोग मौजूदा सरकार से खुश हैं,जबकि शहरी क्षेत्रों में यह आंकड़ा 45 फीसदी का पाया गया है।
जहाँ तक सरकार से नाखुशी की बात है तो ग्रामीण क्षेत्रों में 70 फीसदी लोग सरकार से नाराज हैं। शहरी क्षेत्रों में ये आंकड़ा 55 फीसदी का है। इस आधार पर यह साफ़ है कि ग्रामीण क्षेत्रों में भाजपा को ज्यादा नुकसान होने की संभावना है।
सर्वे में जब लोगों से यह पूछा गया कि वे किस पार्टी को जीतते हुए देखना चाहते हैं तो 43 फीसदी लोगों ने कहा कि वे भाजपा को जीतते हुए देखना चाहते हैं। वहीं 48 फीसदी लोगों ने कांग्रेस की जीत की बात कही। जबकि 9 फीसदी ने अन्य की जीत की बात कही।
राष्ट्र चंडिका का अनुमान
तमाम कारकों और घटकों का विश्लेषण करने के बाद भविष्यवाणी है कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस और भाजपा के बीच कड़ा मुकाबला है। इसके चलते काफी नजदीकी नतीजे आएंगे लेकिन कांग्रेस ज्यादा सीटें ले कर टॉप पर रहेगी।
क्षेत्रवार नतीजों की संभावना बताएं तो चम्बल/ग्वालियर क्षेत्र की 31 सीटों में कांग्रेस को 21 और भाजपा को 10 सीटें मिलती दिख रहीं हैं। इस क्षेत्र में सपा-बसपा को कुछ नहीं मिलने वाला।
विन्ध्य क्षेत्र की 30 सीटों के बारे में अनुमान है कि कांग्रेस के खाते में 16 सीटें जायेंगी जबकि भाजपा को 14 मिल सकती हैं। यहाँ भी सपा- बसपा खाली हाथ रहेंगी।
मालवा/निमाड़ क्षेत्र की 70 सीटों में कांग्रेस 37 सीटें पा सकती है जबकि भाजपा को 33 मिलने का अनुमान है। यानी इस क्षेत्र में काफी कांटे की टक्कर है। सपा-बसपा का यहाँ भी खाता नहीं खुल सकेगा।
मध्य जिलोंमें 32 सीटें हैं, जिनमें से कांग्रेस 32 निकाल लेगी। जबकि भाजपा 17 सीटों पर जीतती दिख रही है। सपा-बसपा यहाँ भी शून्य रहने का अनुमान है।
बुंदेलखंड क्षेत्र में 29 सीटें हैं जिनमें से 18 सीटें कांग्रेस के पास जाने का अनुमान है जबकि 11 सीटें भाजपा पा सकती है। इस क्षेत्र में मुमकिन है कि सपा एक सीट जीत ले।
महाकौशल क्षेत्र में 38 सीटें हैं जिनमें से 18 सीटें कांग्रेस जीत सकती है जबकि भाजपा 20 सीटें ले सकती है। इस क्षेत्र में भी सपा-बसपा खाली रहेंगी।
मध्य प्रदेश की राज्य विधान सभा
इस राज्य का गठन 1 नवंबर 1956 को हुआ था। यह मध्य भारत, विंध्य प्रदेश, भोपाल, महाकोशल और मध्य प्रदेश (एमपी) राज्यों के क्षेत्रों को मिलाकर किया गया था। पहली विधान सभा 1 नवंबर 1956 से 5 मार्च 1957 तक चली। पुनर्गठन के बाद पहला चुनाव वर्ष 1957 में हुआ। राज्य में विधान सभा में 230 सीटें हैं।
राष्ट्र चंडिका सर्वे का अनुमान
इस बार विभिन्न विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में क्या स्थिति रहेगी इसका विश्लेषण राष्ट्र चंडिका ने किया है.
– भोपाल : कांग्रेस और भाजपा के खाते में तीन-तीन सीटें जा सकतीं हैं जबकि एक सीट पर कडा मुकाबला होगा।
– रायसेन क्षेत्र में कांग्रेस और भाजपा को दो-दो सीटें मिलने का अनुमान है।
– राजगढ़ क्षेत्र में कांग्रेस को तीन और भाजपा को दो सीटें मिलने का अनुमान है।
– सेहोर क्षेत्र में कांग्रेस और भाजपा को दो – दो सीटें मिलने की उम्मीद है।
– विदिशा क्षेत्र में कांग्रेस को तीन और भाजपा को दो सीटें मिलने का अनुमान है।
– अशोक नगर क्षेत्र में कांग्रेस और भाजपा को एक एक सीट मिलने का अनुमान है जबकि एक सीट पर कड़ा मुकाबला है।
– शिवपुरी क्षेत्र में कांग्रेस को तीन और भाजपा को दो सीट मिलने का अनुमान है।
– दतिया क्षेत्र में कांग्रेस को दो और भाजपा को एक सीट मिलने का अनुमान है।
– गुना में कांग्रेस और भाजपा को दो दो सीट मिलने का अनुमान है।
भिंड क्षेत्र में कांग्रेस तीन और भाजपा दो सीटें जीत सकती है।
– बुरहानपुर क्षेत्र में कांग्रेस दोनों सीटें जीत सकती हैं।
– धार में कांग्रेस चार सीटें और भाजपा दो सीट जीत सकती है जबकि एक सीट पर कडा मुकाबला हैं।
– इंदौर में कांग्रेस के खाते में चार और भाजपा को तीन सीटें मिलती दिख रहीं हैं जबकि दो सीट फंसी हुईं हैं।
– झाबुआ क्षेत्र में कांग्रेस दो सीट और भाजपा एक सीट जीत सकती है।
– खंडवा क्षेत्र में कांग्रेस और भाजपा दो दो सीटें जीत सकतीं हैं।
– खरगोन में कांग्रेस और भाजपा दो दो सीटें जित सकतीं हैं जबकि एक सीट फंसी हुई है।
– अलीराजपुर में कांग्रेस और भाजपा के एक एक सीट जीतने का अनुमान है।
– बालाघाट में कांग्रेस चार और भाजपा दो सीट जीत रहीं हैं।
– जबलपुर में कांग्रेस चार और भाजपा तीन सीट जीत सकती है।
– कटनी में कांग्रेस 2 और भाजपा भी 2 सीट जीत सकती है।
– मंडला क्षेत्र में कांग्रेस को 2 और भाजपा को 1 सीट मिलने का अनुमान है।
– नरसिंहपुर में कांग्रेस और भाजपा को 2-2 सीट मिलने का अनुमान है।
– सिवनी में भी कांग्रेस और भाजपा को 2 – 2 सीट मिलने का अनुमान है।
– रीवा में कांग्रेस को 3 और भाजपा को 5 सीट मिलने का अनुमान है।
– सतना में कांग्रेस और भाजपा को 3-3 सीट मिलने का अनुमान है।
– सीधी में कांग्रेस 2 जबकि भाजपा 1 सीट जीत सकती है।
– सिंगरौली में कांग्रेस और भाजपा 1-1 सीटें जीत रहीं हैं।
– शहडोल में कांग्रेस को 2 और भाजपा को 1 सीट मिलने का अनुमान है।
– उमरिया में कांग्रेस और भाजपा को 1-1 सीट मिलने का अनुमान है।
– डिंडोरी में कांग्रेस और भाजपा को 1-1 सीट मिलने का अनुमान है।
– अनूपपुर में कांग्रेस को 1 और भाजपा को 1 सीट मिलने का अनुमान है।
– देवास में कांग्रेस को 2 और भाजपा को 3 सीट मिलने का अनुमान है।
– मंदसौर में कांग्रेस और भाजपा को 2-2 सीट मिलने का अनुमान है।
– नीमच में कांग्रेस को 2 और भाजपा 1 सीट जीत सकती है।
– रतलाम में कांग्रेस 2 और भाजपा 3 सीट जीत सकती है।
– शाजापुर में कांग्रेस 1 और भाजपा 2 सीट जीत सकती है।
– उज्जैन में कांग्रेस 3 और भाजपा के 4 सीट जीतने का अनुमान है।
– आगर मालवा में कांग्रेस और भाजपा 1-1 सीट जीत सकती है।
– सागर में कांग्रेस और भाजपा 4-4 सीटें जीत सकती हैं।
– दमोह में कांग्रेस 2 और भाजपा 1 सीट जीत सकती है।
– पन्ना में कांग्रेस और भाजपा 1-1 सीट जीत सकती है।
– छतरपुर में कांग्रेस 4 और भाजपा 2 सीटें जीत सकती है।
– तिमागढ़ में कांग्रेस 2 और भाजपा 1 सीट जीत सकती है।
– निवाड़ी में कांग्रेस को 1 सीट मिलने का अनुमान है।
– छिंदवाड़ा में कांग्रेस के 4 और भाजपा के 3 सीट जीतने का अनुमान है।
– नर्मदापुरम में कांग्रेस के 3 और भाजपा के 1 सीट जीतने का अनुमान ह।
– बड़वानी में कांग्रेस और भाजपा के 2-2 सीट जीतने का अनुमान है।
2018 चुनाव
भाजपा -109,कांग्रेस-114
बसपा – 2,सपा-1
2013
भाजपा-165, कांग्रेस- 58, बसपा – 4,सपा – 0
2008
भाजपा – 143,कांग्रेस – 71, बसपा – 7, सपा-1
2003
भाजपा – 173,कांग्रेस- 38 बसपा-2, सपा-7
1998
भाजपा-119 कांग्रेस-72 बसपा-11 , सपा-4
– ग्वालियर क्षेत्र में कांग्रेस को चार और भाजपा को दो सीट मिलने का अनुमान है।
– हरदा क्षेत्र में कांग्रेस और भाजपा को एक एक सीट मिलने की उम्मीद है।
– बेतुल क्षेत्र में कांग्रेस तीन और भाजपा दो सीट जीत सकती है।
– मुरैना क्षेत्र में कांग्रेस को चार सीटें और भाजपा को दो सीट मिलने का अनुमान है।
– श्योपुर क्षेत्र में कांग्रेस दो सीटें जीत सकती है। भाजपा का खाता नहीं खुलेगा।