आखिर सिवनी जिले में कहां से आ रही बंदूके?

राष्ट्र चंडिका न्यूज़,सिवनी। पिछले 20 दिनों में सिवनी मुख्यालय सहित लखनादौन में तीन ऐसी घटनाएं हुई जिसमें बंदूक का इस्तेमाल किया गया। तीनों घटनाओं के बाद अब तक पुलिस यह पता नही लगा पाई कि आखिर फायरिंग करने वाले लोगो के पास बंदूके कहां से आ रही है। बताया जाता है कि रक्षाबंधन के दिन बालाघाट हॉक फोर्स में पदस्थ विशाल बघेल एक कार से अपने ससुराल लोनिया गया था जहां उसने अपने साले 22 वर्षीय जयदीप पिता रामगोपाल बघेल एवं बुआ सास श्रीमती सुलोचना पति मेघनाथ के ऊपर फायरिंग कर फरार हो गया था। आरोपी को शनिवार को गिरफ्तार किया गया। बताया जाता है की मुख्य आरोपी के अलावा कोतवाली पुलिस ने उसके सहयोगी सतीश बघेल,पियूष पाल एवं खेलेश उर्फ शैलु राजपूत को भी गिरफ्तार कर लिया है लेकिन पुलिस को उनके पास से कोई हथियार नहीं मिल पाये। बताया जाता है कि पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि आखिर विशाल बघेल ने किस बंदूक से फायरिंग किया था। वैसे पुलिस को इस पूरे मामले की बारीकी से जांच इसलिए करना चाहिए क्योंकि पिछले 20 दिनों के भीतर फायरिंग की तीन घटनाएं हुई है लेकिन पुलिस यह पता नहीं लगा पाई कि फायरिंग करने वाले लोगो के पास बंदूके कहां से आती है।
गोली लगने से योगेश अग्रवाल की भी हुई मौत
फायरिंग की एक अन्य घटना  18 अगस्त की है। बताया जाता है कि बारापत्थर के शास्त्री वार्ड मे योगेश अग्रवाल के ऊपर कुछ लोगों ने फायरिंग कर दिया था जिसके बाद उसे नागपुर ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई थी। इस मामले में पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार तो कर लिया लेकिन पुलिस यह पता नहीं लगा पाई कि फायरिंग करने वाले आरोपियों के पास बंदूक कहां से आई?
जेल से निकलने के बाद युवक ने कर लिया था आत्महत्या
लखनादौन के वार्ड क्र. 3 में रहने वाले 28 वर्षीय भवानीशंकर माथुर ने भी 12 अगस्त को अपने आपको गोली मार लिया था जिससे उसकी मौत हो गई थी इस मामले में भी पुलिस यह पता नहीं लगा पाई कि आखिर भवानीशंकर के पास बंदूक कहां से आई थी? बताया जाता है कि भवानीशंकर उत्तरप्रदेश के अगरना हाथरस का रहने वाला था जो लखनादौन में रहकर मजदूरी किया करता था जिसे एक बच्चे के अपहरण के मामले में जेल भेजा गया था। जेल से छूटने के बाद भवानीशंकर ने अपने घर में गोली मारकर ने आत्महत्या कर लिया था उत्तरप्रदेश से आकर लखनादौन में रहने वाले भवानीशंकर के पास बंदूक कहां से आई? 20 दिन के भीतर गोली चलने की तीन घटनाएं हो गई है ऐसे में पुलिस के लिए यह जांच का विषय है कि आखिर सिवनी जिले में बंदूक कौन सप्लाई कर रहा है। यदि समय रहते पुलिस ने बंदूक सप्लाई करने वाले गिरोह का पता नहीं लगाया तो बड़ी घटनाएं भी हो सकती है।

 

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