UPI ने क्रॉस किया 10 बिलियन का आंकड़ा, अगस्त में हुए रिकॉर्ड तोड़ ट्रांजेक्शन

भारत में अब लोग नकदी की बजाय एकीकृत भुगतान व्यवस्था (UPI) के जरिए लेनदेन को प्राथ‍मिकता दे रहे हैं। लोग छोटे-छोटे पेमेंट के लिए UPI का इस्तेमाल कर रहे हैं। यही कारण है कि यूपीआई ट्रांजेक्शन में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। अगस्त 2023 में यूपीआई ट्रांजेक्शन में एक नया रिकॉर्ड बन गया। अगस्‍त में कुल 10.24 अरब यूपीआई लेन-देन हुआ। भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने गुरुवार को यह जानकारी दी। यूपीआई का इस्तेमाल मोबाइल फोन के जरिए पैसे के तत्काल लेनदेन के लिए किया जाता है। एक अनुमान के अनुसार, भारत में अब 57 फीसदी ट्रांजेक्शन यूपीआई के जरिए किया जाता है।

15,18,456 करोड़ रुपए का हुआ ट्रांजेक्शन

NPCI के आंकड़ों के मुताबिक, अगस्त के महीने में UPI ट्रांजेक्शन का आंकड़ा 10.24 अरब हो गया है. इस दौरान करीब 15,18,456.4 करोड़ रुपए का लेनदेन हुआ है। वहीं, जुलाई में UPI से 9.96 अरब ट्रांजेक्शन हुए थे। वहीं जून में 9.33 अरब यूपीआई ट्रांजेक्शन हुए। पिछले दो सालों में यूपीआई का प्रचलन तेजी से बढ़ा है। अगस्त 2021 में यूपीआई के जरिए लेनदेन का आंकड़ा केवल साढ़े तीन अरब था जो दो वर्षों में लगभग तीन गुना बढ़ चुका है। कोरोना के बाद से UPI ट्रांजेक्शन में लगातार तेजी आ रही है।

क्‍यूआर कोड ने दिया अहम योगदान

क्यूआर के आ जाने के बाद यूपीआई ट्रांजेक्शन में और भी ज्यादा तेजी से इजाफा आया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक यूपीआई के 330 लाख से भी ज्यादा यूनीक यूजर्स हैं और लगभग 70 लाख दुकानदारों ने 356 लाख क्यूआर कोड को लगाया है। इसके अलावा PhonePe, Google Pay, Paytm, Cred और Amazon Pay जैसे UPI ऐप्स की वजह से इसका ट्रांजेक्शन बढ़ा है।

35 देश अपनाना चाहते हैं यूपीआई

भारत के यूपीआई का डंका देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी बज रहा है। कई देश भारत के UPI पेमेंट मेथड को अपनाना चाहते हैं। जापान सहित 35 से ज्यादा देश अब भारत की यूपीआई तकनीक को अपनाना चाहते हैं। IMF ने भी भारत के डिजिटल पेमेंट मोड UPI की तारीफ की थी।

त्योहारों में बढ़ेगा और आंकड़ा

लोगों को आज के जमाने में पेमेंट करने के लिए UPI सबसे आसान तरीका लगता है। पान की दुकान से लेकर ओला-ऊबर की राइड के लिए UPI को अपना पेमेंट मेथड बना लेते हैं। वहीं, अब अक्टूबर और नवंबर के त्योहारी सीजन में इसके और बढ़ने की उम्मीद की जा रही है। इन दोनों ही महीनों में लोग जमकर खरीदारी करते हैं। कैश के मुकाबले लोग ज्यादा यूपीआई ट्रांजेक्शन करते हैं।

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