जम्मू-कश्मीर: जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले के कटरा शहर में पिछले 43 वर्षों में सबसे भारी बारिश होने के कारण भूस्खलन के खतरे को देखते हुए माता वैष्णो देवी मंदिर का नया मार्ग तीर्थयात्रियों के लिए बंद कर दिया गया है।
खराब मौसम के कारण मंदिर के लिए हेलिकॉप्टर सेवा भी निलंबित कर दी गई है। हालांकि, अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि तीर्थयात्री त्रिकुटा पहाड़ियों के ऊपर स्थित मंदिर तक पुराने रास्ते से ही पहुंच सकेंगे।
माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (SMVDSB) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) अंशुल गर्ग ने बताया, “भूस्खलन के खतरे के कारण नए ट्रैक पर यात्रा रोक दी गई है। हालांकि, यात्रा पुराने ट्रैक पर चल रही है।” वैष्णो देवी मंदिर जाने वाले तीर्थयात्रियों के आधार शिविर कटरा में 24 घंटे में 315.4 मिमी बारिश हुई। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा, “यह 1980 के बाद से सबसे भारी बारिश है। 31 जुलाई, 2019 को कटरा में 292.4 मिमी बारिश हुई।”
भारी बारिश के कारण आधा दर्जन से अधिक मकान ढहे
वहीं, जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में भारी बारिश के कारण आधा दर्जन से अधिक मकान ढह जाने से बुधवार को चार लोगों की मौत हो गई तथा मलबे के नीचे कई लोगों के फंसे होने की आशंका है। एक पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि कठुआ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शिवदीप सिंह जामवाल की निगरानी में बानी तहसील के प्रभावित गांवों में बचाव अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि भारी बारिश की वजह से सुरजन गांव में एक मकान ढह गया, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई, जबकि मलबे के नीचे तीन लोगों के फंसे होने की आशंका है। अधिकारी ने बताया कि बानी तहसील के कई अन्य गांवों से भी भारी बारिश के कारण मकान गिरने तथा दो लोगों की जान जाने की खबरें मिली हैं।
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