दिल्ली के संसद भवन के पास के एटीएम से निकाले गए रुपये

भोपाल। राजधानी के बैंक आफ बड़ौदा के खाता धारकों के खातों में सेंधमारी की घटना से हड़कंप मचा हुआ है। साइबर पुलिस ने करीब 30 शिकायतें म‍िलने के बाद बैंक अधिकारियों के साथ विजिलेंस टीम से खाताधारकों की पूरी जानकारी मांग ली और पूछा कि आखिरकार उनके खाते से रुपये कैसे निकल गए। इधर, पुलिस ने अपनी जांच में यह पता लगा लिया है कि खाताधारकों की रकम को दिल्ली के ससंद मार्ग, चाणपुरी और नेहरु प्लेस जैसे वीवीआइपी इलाकों के एटीएम के उपयोग कर रकम निकाली गई है। साइबर पुलिस ने भी अपनी दो टीमों को जांच में लगाया है।

हम बता दें कि 8 जुलाई से लेकर 10 जुलाई तक साइबर क्राइम के पास बैंक आफ बड़ौदा के खाताधारकों के करीब 30 लोगों ने जाकर शिकायत की है कि उनके खाते से रकम निकलने के लगातार संदेश आ रहे हैं। जबकि वह रुपये निकलने के लिए न तो बैंक गए और न किसी एटीएम से जाकर उन्होंने रकम निकाली है। उन्होंने इस पूरे मामले की बैंक से शिकायत की ,लेकिन वह जिम्मेदारी तय न कर टरकाने की कोशिश में लगे हैं। इस पर साइबर क्राइम ने अपने को जांच में लेने के बाद साइबर क्राइम की दो टीमों को सबसे पहले खाता धारकाें रकम की जानकारी जुटाना शुरू करवाई और एक टीम को तकनीकी एनालाइसिस में लगाया है।

दिल्ली से निकली जा रही है रकम

24 घंटे के अंदर साइबर क्राइम पुलिस ने खातों से चोरी रकम की जानकारी जुटा ली। खाता धारकाें की रकम को एटीएम के माध्यम से निकाला जा रहा है। यह रकम दिल्ली से निकली जा रही है। इसमें अधिकांश वीवीआइपी इलाके के एटीएम से निकली गई है। अधिकांश रकम पांच से 25 हजार रुपये निकली जा रही है।

विजिलेंस नहीं कर रही साइबर पुलिस का सहयोग

साइबर पुलिस ने बैंक आफ बड़ौदा की विजिलेंस टीम को बुलाकर उन लोगों के खाते की जानकारी मांगी थी कि उनके एटीएम से कैसे रुपये निकले जा रहे हैं। जबकि एटीएम उनके ही पास हैं, ऐसे यह कैसे मुमकीन हो सकता है। इसकी जानकारी देने के लिए विजिलेंस टीम ने पुलिस के बुलाने के बाद भी नहीं पहुंची।

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