विगत कई दिनों से हमारे समाचार पत्र के माध्यम से सुरेश सोनी उर्फ बंटा के विरूद्ध जो सत्य प्रकाशित हो रहा था उससे बौखलाकर इनके द्वारा वकील के माध्यम से माफी मांगने का नोटिस भेजा गया है। उक्त नोटिस का जवाब भी दिया जायेगा और समय आने पर साक्ष्य भी उचित मंच पर हमारे उपलब्ध करा दिये जायेंगे। ये दबाव बनाने का प्रयास है जिससे यह चाहते है कि इनका सत्य प्रकाशित होना रूक जाये पर छूट छपेगा नही और सत्य रूकेगा नही।’
राष्ट्र चंडिका, सिवनी। नगर कोतवाली के आरक्षक सुरेश सोनी उर्फ बंटा जो कुछ माहों से हमारे समाचार पत्र के साथ-साथ अनेक समाचार पत्रों में अपने कृत्यों के कारण स्थान प्राप्त कर रहे है जब कोई अखबार में पुलिस को स्थान मिलता है तो विभाग उसके अच्छे कामों के लिए सम्मानित करती है वही बुरे कामों के लिए उच्चाधिकारी दंडित भी करते है।
समाचार पत्रों में जब समाचार प्रकाशित होते है तो उसके पीछे यही उद्देश्य होता है कि समाज में सुधार आये और विभाग के बंटलर जैसे लोग विभाग के उत्तरदायित्वों के समझे लेकिन बंटा अब समाज के प्रतिबिंब कहे जाने वाले प्रतिबिंब पर नोटिस देकर आवाज को दबाने का प्रयास किया जा रहा है।
कहते है कि समाचार पत्र का प्रकाशन करना वैसे ही कार्य है कि किसी राजा के सिर पर कांटों भरा ताज रखना लेकिन बटलर के रहते सब भगवान भरोसे है आज अनेकों प्रश्र के जवाब जनता मांग रही है कि बटलर को जिस क्षेत्र का दायित्व सौंपा जाता है वहां अपराधों पर नियंत्रण क्यों नही होता? वहां के लोग चोरी सहित जुआ सट्टा जैसी बीमारियों से क्यों निजात नही पाते?
अगर समाचार पत्र में लोगों की समस्या लिखना अपराध है तो हम अपराधी है क्या समाज में सुधार लाने की पहल करना अपराध है तो हम अपराधी है आश्चर्य होता है कि नगर मुख्यालय के इस संवेदनशील थाने में हर प्रकार के लोग आते है और कानून के माध्यम से राहत की आशा करते है लेकिन बटलर जैसे लोगों की करतूत से विभाग पर सवाल खड़े होते है ऐसे नासूरी को निश्चित ही विभाग के उच्चाधिकारी सबक सिखायेंगे जिसने विभाग पर बटलर जैसे लोगों की कार्यप्रणाली से निजात मिल सके।