कांग्रेस विधायक ने बजरंग बली को बताया आदिवासी:कमलनाथ के सामने कहा- कोई उनको बदनाम करेगा, तो समाज उसको छोड़ेगा नहीं

राष्ट्र चंडिका, सिवनी। कर्नाटक में कांग्रेस ने बजरंग दल को बैन करने के वादे को लेकर देश भर में सियासी घमासान मचा हुआ है। बजरंग दल और हिंदू संगठनों ने इसका विरोध करते हुए सड़क पर उतरने की चेतावनी दी है। कई जिलों में बजरंग दल सहित कई हिंदू संगठनों ने कांग्रेस के विरोध में नारेबाजी भी की।

इस बीच मध्य प्रदेश के सिवनी जिले की बरघाट विधानसभा से कांग्रेस विधायक अर्जुन सिंह काकोडिया ने बजरंग बली को आदिवासी बताया। साथ ही उन्होंने सड़क पर उतारने वालों को खुली चुनौती दी। उन्होंने कहा कि जो भी बजरंग बली का नाम लेकर सड़क पर उतरेगा और उनका अपमान करेगा, आदिवासी समाज उसको छोड़ेगा नहीं।

कमलनाथ के सामने बोले कांग्रेस विधायक

दरअसल, सिवनी जिले के उड़पानी गांव में रविवार को कांग्रेस ने कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी मौजूद रहे। इस दौरान कांग्रेस विधायक अर्जुन सिंह काकोडिया ने कहा कि ‘बजरंग दल, आरएसएस और ये राम सेना के लोगों ने आदिवासियों को मारा है। उन्होंने कहा कि ये लोग जो बजरंग बली की बात करते हैं, कमलनाथ जी बजरंग बली आदिवासी थे, जो जंगल में रहकर मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की रक्षा की, उनकी सहायता की।’

‘वहां पे कोई करणी सेना नहीं गई। क्षत्रिय नहीं गए। ब्राह्मण की सेना नहीं गई। वहां पर अगर किसी ने भगवान राम की कोई मदद की है, तो वो आदिवासियों ने की है। हम यह बर्दाश्त नहीं करेंगे, अगर कोई हमारे बजरंग बली, जो आदिवासी हैं, उनका कोई अपमान करेगा, उनका नाम लेकर सड़क पर उतरेगा, उनको बदनाम करेगा, तो आदिवासी समाज उसको छोड़ेगा नहीं।’

कमलनाथ ने बीजेपी पर साधा निशाना

 

वहीं इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ये भ्रष्टाचार की सरकार है। इन्होंने कर्ज लेकर एमपी की जनता को कर्ज के नीचे दबा दिया। साथ ही कमलनाथ ने दीपक जोशी के कांग्रेस में शामिल होने पर कहा कि अभी यह ट्रेलर है। आगे क्या होता देखते जाओ। साथ ही उन्होंने प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने पर 500 में सिलेंडर और महिलाओं को 1500 रुपए हर महीने देने की घोषणा को फिर दोहराया। इस कार्यक्रम में सिवनी जिले की चारो विधानसभा से हजारों लोग पहुंचे।

एमपी में बजरंग दल बैन पर बोले कमलनाथ

आम सभा से पहले कमलनाथ ने पत्रकार वार्ता ली। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा, कर्नाटक के मेनिफेस्टो में बजरंग दल के बैन की बात स्पष्ट है। ये लिखा हुआ है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि जो व्यक्ति, जो संस्था नफरत या सामाजिक विवाद पैदा करें, उस पर सख्त कार्रवाई करें। तो इसमें पूछने की क्या बात है? हम किसी को टारगेट नहीं कर रहे है। जो अपने यहां इस प्रकार की चीजों में सम्मिलित है, आम जनता भी चाहती है कि उन पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।

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